कितनी मजबूत है जॉर्डन की करेंसी, जहां के लिए रवाना हुए PM Modi; भारत के 1000 रुपये यहां कितने?
Jordan Currency: भारत के 1000 रुपये जॉर्डन में बदलने पर जो संख्या दिखती है, वह सिर्फ रेट नहीं, आर्थिक ताकत का संकेत है. क्या यही वजह है कि जॉर्डन की मुद्रा रुपये से इतनी अलग स्थिति में है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह जॉर्डन की ओर रवाना हो गए हैं, जहां से उनकी तीन देशों की महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत होती है. इस यात्रा के दौरान मोदी 15 से 18 दिसंबर तक जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का दौरा करेंगे. वह जॉर्डन किंग अब्दुल्ला द्वितीय इन्न अल हुसैन के विशेष आमंत्रण पर जा रहे हैं, जो भारत-जॉर्डन के बीच कूटनीतिक रिश्तों को और मजबूत करने का प्रतीक है. आइए जानते हैं कि पीएम मोदी जहां जॉर्डन के लिए रवाना हुए हैं, वहां की करेंसी कितनी मजबूत है और भारत के 1000 रुपये यहां कितने हो जाते हैं.
भारत में 1000 रुपये से आप क्या-क्या कर सकते हैं, यह सब जानते हैं, लेकिन अगर वही पैसे आप जॉर्डन लेकर जाएं तो क्या होगा? जॉर्डन की मुद्रा दिनार दुनिया की उन चुनिंदा करेंसीज में शामिल है जो भारतीय रुपये के मुकाबले काफी मजबूत मानी जाती हैं. आज के बदलते एक्सचेंज रेट के दौर में एक जॉर्डन दिनार लगभग 127 रुपये के आसपास है, यानी 1000 रुपये करीब 7.8 जॉर्डन दिनार के बराबर हैं. इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि यह कैसे काम करता है और जॉर्डन की करेंसी कितनी मजबूत है.
एक्टर के तौर पर मजबूत करेंसी का रोल
जब आप किसी विदेश यात्रा की बात करते हैं, तो सबसे पहले ध्यान मुद्रा के मूल्य और खरीद शक्ति की ओर जाता है. जॉर्डन का दिनार आर्थिक रूप से काफी स्थिर और मजबूत मुद्रा माना जाता है, खासकर भारतीय रुपये जैसे अपेक्षाकृत कम मूल्य वाली करेंसी के मुकाबले. एक दिनार लगभग 126 से 128 रुपये के बीच कारोबार करता है, जो दिखाता है कि जॉर्डन की करेंसी में भारतीय रुपये की तुलना में ज्यादा मूल्य है.
1000 रुपये का असली मतलब
अगर हम आसानी के लिए 1 जॉर्डन दिनार को 127 मान लें, तो 1000 रुपये को आप करीब 7.87 JOD में बदल सकते हैं. यानि 1000 रुपये आपको कम से कम 7.5 से 8 दिनार के आसपास मिलते हैं. यह मजेदार है कि बहुत से लोग सोचते हैं कि विदेश में पैसा जैसा है वैसा ही चलता है, लेकिन असल में हर देश की मुद्रा की ताकत अलग होती है.
मजबूत क्यों है जॉर्डन की मुद्रा?
जॉर्डन दिनार इतना मजबूत क्यों है? इसके पीछे कई कारण हैं. पहला यह कि जॉर्डन की मुद्रा को लंबे समय से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले स्थिर रखा गया है. इससे विदेशी निवेश और व्यापारियों को भरोसा मिलता है, जिससे मुद्रा की कीमत स्थिर रहती है. यही नहीं, जॉर्डन एक मध्य पूर्वी देश के रूप में पर्यटन और कुछ निर्यात से स्थिर विदेशी मुद्रा अर्जित करता है. ऐसे में दिनार की मजबूत स्थिति बनी रहती है.
रुपया और दिनार का सीधा मुकाबला
भारतीय रुपये और जॉर्डन दिनार की तुलना में एक बात स्पष्ट है: जॉर्डन की करेंसी ऐतिहासिक रूप से भारतीय रुपये से अधिक महत्व रखती है. इसका मतलब यह नहीं है कि भारतीय रुपये कमजोर हैं, बल्कि हर मुद्रा का अपना आर्थिक संदर्भ होता है. जहां भारत में ₹1000 बहुत सार्थक रकम है, वहीं जॉर्डन जैसे देश में उसी रकम को बदलने पर आपको कम नोट मिलते हैं क्योंकि दिनार की कीमत ज्यादा है.
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Source: IOCL
























