Delhi: दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, ढाई घंटे में दो कुख्यात स्नैचर गिरफ्तार
Delhi Crime: द्वारका पुलिस ने ढाई घंटे में दो कुख्यात स्नैचर गिरफ्तार किए, 12 वारदातों का खुलासा हुआ. आरोपियों से मोबाइल, नकदी, सामान बरामद, दोनों पर पहले से 30-30 आपराधिक मामले दर्ज थे.

दिल्ली पुलिस ने सड़क अपराधों पर लगाम कसते हुए द्वारका जिले में दो कुख्यात स्नैचरों को ढाई घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. इस कार्रवाई से न केवल 12 स्नैचिंग मामलों का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि पुलिस को इन अपराधियों से भारी मात्रा में चोरी का सामान भी बरामद हुआ है.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से सात मोबाइल फोन, नकदी, मेट्रो कार्ड, सजावटी सामान, कपड़े और एक इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल मिली है. गिरफ्तार बदमाशों की पहचान परमिंदर सिंह उर्फ प्रिंस (28) निवासी तिलक नगर और अमनदीप उर्फ अमनप्रीत सिंह उर्फ गोलू (36) निवासी निहाल विहार के रूप में हुई. दोनों पर हत्या, डकैती, लूट, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट जैसे करीब 30-30 मामले पहले से दर्ज हैं.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार मामला 27 अगस्त की शाम का है, जब सेक्टर-10 द्वारका के एक स्कूल के पास एक शिक्षिका से मोबाइल फोन छीने जाने की शिकायत पुलिस को मिली. इसके तुरंत बाद सेक्टर-4 क्षेत्र में एक महिला का पर्स छीने जाने की घटना सामने आई. दोनों घटनाओं के बाद सेक्टर-10 पुलिस चौकी की टीम सक्रिय हो गई.
पुलिस ने आरोपियों का किया गिरफ्तार
टीम का नेतृत्व कर रहे एसआई रजत मलिक ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर बदमाशों का पीछा शुरू किया. दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर भीड़भाड़ वाले इलाकों से होते हुए लगातार स्थान बदलते रहे. पुलिस ने करीब 30 किलोमीटर तक दो मोटरसाइकिलों पर उनका पीछा किया और रणनीतिक तरीके से उन्हें घेरने की योजना बनाई.
आखिरकार, तिलक विहार के पास पुलिस टीम ने बिना किसी बड़े टकराव के दोनों आरोपियों को पकड़ लिया. इस दौरान एसआई रजत मलिक के साथ एएसआई संजीव सिंह तेवतिया, एएसआई कीर्ति कुमार, हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार, नरेश कुमार, शैतान सिंह, मुकेश कुमार और सुनील ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
छह मामलों में आरोपियों की जमानत रद्द
पुलिस ने बताया कि अमनदीप हाल ही में 18 अगस्त को जमानत पर जेल से बाहर आया था. इसके बाद उसने परमिंदर के साथ मिलकर फिर से स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया.
दोनों के खिलाफ कई जिलों में गैर-जमानती वारंट जारी थे. डीसीपी द्वारका अंकित सिंह ने कहा कि इस गिरफ्तारी से न केवल हालिया मामलों का समाधान हुआ है, बल्कि पुराने मामलों की गुत्थी भी सुलझी है. उन्होंने बताया कि छह मामलों में आरोपियों की जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इनकी गिरफ्तारी से इलाके में सड़क अपराधों में कमी आएगी. साथ ही, द्वारका जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में यह एक बड़ी उपलब्धि है.
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