दिल्ली में दिवाली पर बाजारों में रौनक, 5 लाख करोड़ का कारोबार, 'मेक इन इंडिया' की धूम
Diwali 2025: इस त्योहारी सीजन में भारतीय बाजार में रौनक है, नवरात्रि से दिवाली तक 5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में 55 फीसदी का उछाल आया है.

त्योहारों की रौनक ने इस बार भारतीय बाजारों में नई जान फूंक दी है. नवरात्रि से शुरू हुआ यह फेस्टिव सीजन दिवाली तक कारोबार का सुनहरा अवसर बन गया है. देशभर में व्यापारी उत्साहित हैं क्योंकि अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दिवाली सीजन में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये की तरलता बाजार में आएगी. दिल्ली समेत पूरे देश के बाजारों में इस बार खास तौर पर भारतीय उत्पादों की बिक्री में भारी उछाल देखने को मिल रहा है.
त्योहारी खरीदारी की शुरुआत इस बार नवरात्रि के पहले दिन यानी 22 सितंबर से हो चुकी है और यह उत्सव तुलसी विवाह तक चलता रहेगा. बाजारों में भीड़ उमड़ी हुई है और घर की सजावट से लेकर उपहार, मिठाई एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तक हर सेक्टर में जबरदस्त मांग देखी जा रही है.
ऑटोमोबाइल सेक्टर में 55% की उछाल
ऑटोमोबाइल क्षेत्र की हालिया रिपोर्टों के अनुसार, नवरात्रि की अवधि में कुल खुदरा बिक्री में 55% की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है. टू-व्हीलर में 52%, थ्री-व्हीलर में 115%, वाणिज्यिक वाहनों में 48%, निजी वाहनों में 70% और ट्रैक्टरों में 58% की उल्लेखनीय बढ़त दर्ज हुई है. ये आंकड़े दिवाली के दौरान और भी अधिक व्यापारिक तेजी का संकेत दे रहे हैं.
5 करोड़ से अधिक उपहारों का आदान-प्रदान
त्योहारी सीजन के दौरान 5 करोड़ से अधिक उपहारों का लेन-देन होने का अनुमान है. छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों तक, हर वर्ग को इस फेस्टिव सीजन से बड़ी उम्मीदें हैं. उपहार बाजार में मिठाई, ड्राई फ्रूट, डेकोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन प्रोडक्ट्स की बिक्री चरम पर है.
सीटीआई का आकलन - देशभर में 5 लाख करोड़ का कारोबार संभव
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने होटल, बैंक्वेट, रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमा, कार डीलर्स, सैलून, ट्रेवल एजेंसी और मार्केट एसोसिएशन्स से बातचीत के बाद अनुमान लगाया है कि इस फेस्टिव सीजन में देशभर में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि त्योहारी खरीदारी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो बाजार में नई ऊर्जा का संचार करेगी.
‘मेक इन इंडिया’ की बढ़ी चमक, स्वदेशी उत्पादों की मांग में उछाल
सीटीआई ने बताया कि इस बार दिवाली पर भारतीय उत्पादों की खरीद-बिक्री को प्राथमिकता दी जा रही है. GST सुधारों ने भी स्वदेशी कारोबार को बढ़ावा दिया है. संगठन ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं से ‘भारत निर्मित वस्तुएं खरीदने’ की अपील की है.
स्थानीय कारीगरों की कला को बाजार में मिल रहा बड़ा मंच
इस बार दिवाली बाजारों में मिट्टी के दीये, हस्तशिल्प, शुभ-लाभ, ओम जैसे पारंपरिक प्रतीक, देवी-देवताओं की मूर्तियां और घर की सजावट के सामान की मांग तेजी से बढ़ रही है. स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पाद न केवल लोगों के घरों को सजा रहे हैं, बल्कि देश के अर्थचक्र को भी मजबूत कर रहे हैं.
FMCG से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक, हर सेक्टर में बढ़ी बिक्री
त्योहारी सीजन में जिन क्षेत्रों में भारी व्यापार की संभावना जताई जा रही है, उनमें एफएमसीजी उत्पाद, उपभोक्ता वस्तुएं, खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स, किचन उपकरण, कपड़ा, फैशन परिधान, बर्तन, फर्नीचर, सौंदर्य उत्पाद, मिठाई-नमकीन, दूध उत्पाद, किराना सामान, जूते-घड़ियां और मोबाइल एक्सेसरीज़ शामिल हैं. हर सेक्टर में ग्राहकों की खरीदारी की रफ्तार बढ़ने से बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है.
दिल्ली के बाजारों में ‘भारतीय लाइट्स’ की चमक
दिल्ली के मशहूर भागीरथ प्लेस मार्केट में इस बार ‘मेड इन इंडिया’ लाइटिंग और झालर की बिक्री ने विदेशी उत्पादों को पीछे छोड़ दिया है. व्यापारी बता रहे हैं कि इस बार लोग स्वदेशी उत्पादों को लेकर पहले से कहीं ज्यादा उत्साहित हैं.
Source: IOCL






















