दिल्ली में आफत बनकर बरसी बारिश, अलग-अलग हादसों में 3 लोगों की मौत
Delhi News: दिल्ली में गुरुवार को हुई बारिश के बाद एक तरफ जलभराव से लोग परेशान होते दिखाई दिए, वहीं दूसरी तरफ अलग-अलग हादसों में तीन लोग की जान चली गई.

दिल्ली में गुरुवार (14 अगस्त) को बारिश आफत बनकर बरसी. यहां अलग- अलग हादसों में तीन लोगों की जान चली गई. वहीं सड़कों पर लोगों को जलभराव से दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
गुरुवार को सुबह जहां बारिश के दौरान एक बड़ा पेड़ अचानक एक बाइक सवार पर गिर गया. इस हादसे में युवक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि बाइक सवार की बेटी घायल हो गई.
पुलिस के मुताबिक जब बाइक सवार वहां से गुजर रहे थे तब ही पेड़ वहां से उखड़कर सवार सुधीर कुमार पर गिर गया और उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया और उनकी बेटी प्रिया हादसे में जख्मी हो गई. बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
वसंत विहार में दीवार गिरने से 2 बच्चों की मौत
वहीं दूसरा हादसा दिल्ली के वसंत विहार इलाके में हुआ, जहां एक पार्क की दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के अनुसार, यह घटना गुरुवार शाम करीब 4:44 बजे वसंत विहार स्थित 1/1 बसंत नगर, हनुमान मंदिर के पास हुई. बताया जा रहा है कि वसंत विहार इलाके में दो बच्चे एक पार्क के पास खेल रहे थे, तभी दीवार अचानक गिर गई.
दमकल विभाग के अनुसार, दमकल और पुलिस को शाम करीब 4:44 बजे हादसे की सूचना मिली थी. इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और दमकल को पता चला कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की एक दीवार भारी बारिश और जलभराव के कारण ढह गई.
डॉक्टरों ने मृत किया घोषित
इस हादसे में दो बच्चे दब गए. स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को मलबे से निकाला और पुलिस की पीसीआर वैन के जरिए उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
आतिशी ने सीएम रेखा गुप्ता को लिखा पत्र
वहीं दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आम आदमी पार्टी की नेता अतिशी ने राजधानी में बारिश के दौरान हुई एक और दर्दनाक मौत को लेकर बीजेपी की 'चार इंजन वाली सरकार' पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
अतिशी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा को तत्काल पद से हटाने की मांग की है. अतिशी ने कहा कि बुधवार सुबह हंसराज सेठी मार्ग पर बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल है और जिंदगी की जंग लड़ रही है.
उन्होंने इसे 'प्राकृतिक आपदा' मानने से इनकार करते हुए कहा कि यह घटना सरकार की मानसून से जुड़ी तैयारियों की पूरी तरह नाकामी का नतीजा है.
पूर्व सीएम ने पत्र में हादसों का जिक्र करते हुए आगे लिखा, "यह कोई अकेली घटना नहीं है. आपके शासन संभालने के बाद से बारिश के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है, जो बेहद शर्मनाक है." उन्होंने हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि 9 अगस्त, रक्षाबंधन के दिन, दो अलग-अलग हादसों में कई जानें गईं.
हादसों का किया जिक्र
आतिशी ने पत्र में आगे लिखा, "पहले हादसे में खेड़ा खुर्द के फुर्नी रोड पर खुले नाले में गिरकर ढाई साल के मासूम की मौत हो गई, वहीं दूसरे हादसे में जेटपुर इलाके में दीवार गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल थे."
अतिशी ने पत्र में यह भी लिखा कि 30 जुलाई को उत्तरी दिल्ली के सहगल कॉलोनी में दीवार गिरने से एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर घायल हुए. 22 मई को आंधी-पानी के दौरान एक दिव्यांग सहित दो लोगों की मौत और 11 लोग घायल हुए थे."
Source: IOCL





















