दिल्ली में एयर प्यूरीफायर की मांग में उछाल, दिवाली से पहले ही कई कंपनियों ने की रिकॉर्ड बिक्री
Air Purifier: दिल्ली NCR में वायु प्रदूषण बढ़ने से एयर प्यूरीफायर की बिक्री तेज हुई. दिल्ली में दिवाली से पहले ही कई कंपनियों ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की.

दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर गंभीर स्तर छू लिया है. इसी के साथ लोगों में स्वच्छ हवा को लेकर चिंता बढ़ी है, जिसके चलते एयर प्यूरीफायर की बिक्री में तेजी से उछाल देखा जा रहा है. दिवाली से पहले ही कई कंपनियों ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की है, क्योंकि इस समय वायु गुणवत्ता अक्सर 'खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच जाती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बुधवार (29 अक्टूबर) सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 273 दर्ज किया गया, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. हालांकि पिछले कुछ दिनों की तुलना में मामूली सुधार हुआ, लेकिन सांस लेने योग्य हवा अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
अक्टूबर की शुरुआत से बढ़ी एयर प्यूरीफायर मांग- अनुराग कुमार
जानकारी के अनुसार, एयर प्यूरीफायर बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि इस बार प्रदूषण के स्तर और लोगों की जागरूकता दोनों ने मांग को कई गुना बढ़ा दिया है. यूरेका फोर्ब्स के मुख्य वृद्धि अधिकारी अनुराग कुमार ने बताया कि दीपावली से पहले, अक्टूबर की शुरुआत से ही मांग में तेजी आई है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ-साथ खुदरा दुकानों पर भी बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.
बाजार में 12.23% की वार्षिक दर से बढ़ेगा एयर प्यूरीफायर
केंट आरओ सिस्टम्स के चेयरमैन महेश गुप्ता ने कहा कि त्योहारों के महीनों में एयर प्यूरीफायर और फिल्टर की बिक्री सामान्य से कई गुना अधिक बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि हर साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आती है और इस दौरान लोग घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए प्यूरीफायर खरीदने को प्राथमिकता देते हैं.
मार्केट्स एंड डेटा की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में एयर प्यूरीफायर बाजार 2025-26 से 2032-33 के बीच 12.23% की वार्षिक दर से बढ़ेगा. वर्तमान में 15.15 करोड़ अमेरिकी डॉलर का यह बाजार अगले कुछ वर्षों में 38.13 करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.
ब्रिटेन की कंपनी डायसन के इंजीनियर एलेक्स हडसन ने कहा कि लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर के बीच परिवारों के लिए प्रदूषकों से बचाव बेहद जरूरी है. घरों में स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए एयर प्यूरीफायर एक प्रभावी उपाय साबित हो रहा है.
इसी बीच, कंपनियां उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए नए मार्केटिंग अभियान चला रही हैं. यूरेका फोर्ब्स ने दुकानों में 'स्मोक चैंबर' स्थापित किए हैं ताकि ग्राहक वास्तविक समय में प्रदूषण स्तर का अंतर देख सकें. वहीं स्मार्ट एयर प्यूरीफायर, जो मोबाइल ऐप से नियंत्रित किए जा सकते हैं, लोगों की पहली पसंद बन रहे हैं.
हालांकि ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी. त्यागराजन का मानना है कि एयर प्यूरीफायर अभी पूर्ण समाधान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जब तक स्रोत पर प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं होता, तब तक यह समस्या केवल अस्थायी रूप से ही कम की जा सकती है.
Source: IOCL























