DDMA Meeting: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच DDMA की बैठक कल, मास्क अनिवार्य करने समेत हो सकते हैं ये अहम फैसले
दिल्ली में कोरोना के मामलों में एक बार फिर उछाल देखा जा रहा है. ऐसे में स्थिति की समीक्षा के लिए कल डीडीएमए की महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है जिसमें कई फैसले लिए जा सकते हैं.
DDMA Meeting: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है. हर दिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है. ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority- DDMA) बुधवार को अहम बैठक करने जा रहा है जिसमें कई स्थिति को देखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं.
DDMA की मीटिंग में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बुधवार को डीडीएमए की महत्वपूर्ण बैठक में स्कूली बच्चों के लिए फेस मास्क के अनिवार्य उपयोग और ऑफलाइन और ऑनलाइन शिक्षण के हाइब्रिड मोड पर चर्चा होने की संभावना है. गौरतलब है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल (Anil Baijal) की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
फेस मास्क का इस्तेमाल न करने पर फिर से जुर्माना लगाने पर हो सकती है चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में डीडीएमए द्वारा 500 रुपये का जुर्माना वापस लेने के बाद दिल्ली में लोगों द्वारा मास्क का उपयोग “काफी” कम हो गया है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह आदर्श स्थिति नहीं है. अधिकारी ने कहा कि बैठक के दौरान दिल्ली में अनिवार्य रूप से मास्क के उपयोग के सख्त कार्यान्वयन के लिए फिर से जुर्माना लगाने पर चर्चा होने की संभावना है."
वहीं एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को राजधानी लखनऊ और नोएडा और गाजियाबाद सहित छह एनसीआर जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है.
बच्चों के ऑफलाइन और ऑनलाइन शिक्षण को लेकर हो सकती है चर्चा
सूत्रों ने कहा कि डीडीएमए की बैठक में स्कूलों में बच्चों के संक्रमण से प्रभावित होने की खबरों के मद्देनजर ऑफलाइन और ऑनलाइन शिक्षण का विकल्प देने पर भी चर्चा हो सकती है. गौरतलब है कि राजधानी में कोरोना पॉजिटिव बच्चों की संख्या बढ़ रही है इससे पैरेंट्स की चिंता भी बढ़ गई है. वहीं दिल्ली सरकार ने स्कूल अधिकारियों से कहा है कि जहां भी कोई छात्र या शिक्षक संक्रमित पाया जाता है, वहां विशिष्ट विंग या कक्षाएं बंद कर दें.
दिल्ली में अस्पताल में भर्ती होने की दर कम- सत्येंद्र जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इससे पहले कहा था कि, “हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड -19 मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन यह चिंताजनक स्थिति नहीं है क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है.उन्होंने कहा था कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है. उन्होंने यह भी रेखांकित किया था कि फेस मास्क पहनना जरूरी है, भले ही ऐसा नहीं करने पर जुर्माना वापस ले लिया गया हो.
दिल्ली में स्थिति चिंताजनक नहीं है- सत्येंद्र जैन
जैन ने कहा कि,” दिल्ली में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन हमने 100 प्रतिशत टीकाकरण किया है और बड़ी संख्या में निवासी पहले ही (कोरोना) वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. इसके अलावा, बहुत सारे अस्पताल में भर्ती नहीं हैं. ऐसे में यह चिंताजनक स्थिति नहीं है। हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं."
बच्चों में कोविड -19 मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में पूछे जाने पर, मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले ही एक एडवाइजरी जारी कर दी है. जिसके मुताबिक यदि कोई छात्र या शिक्षक कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया जाता है तो स्कूलों को कुछ दिनों के लिए विशिष्ट कक्षाएं बंद करने के लिए कहा गया है.
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