Delhi: दिल्ली BJP अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने लुटियंस दिल्ली की सड़कों के नाम बदलने की मांग की, जानिए क्या दिया सुझाव
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने लुटियंस दिल्ली में मुगल शासकों के नाम पर रखी गई सड़कों और गलियों के नाम बदलकर देश के वीरों के नाम पर करने की मांग की है.

नई दिल्ली: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने मंगलवार को मांग की कि लुटियंस दिल्ली में मुगल शासकों के नाम पर रखी गई प्रमुख सड़कों और गलियों का नाम बदलकर "देश के बहादुर बेटों" के नाम पर रखा जाना चाहिए. उन्होंने वर्तमान नामों को "गुलामी का प्रतीक" बताते हुए, कहा कि सड़कों का नाम "बहादुरी के प्रतीक" जैसे गुरु गोबिंद सिंह, महाराणा प्रताप और देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखा जाना चाहिए.
बीजेपी नेता ने पहले दिल्ली के 40 गांवों का नाम बदलने की मांग की थी
भाजपा नेता ने हाल ही में इसी कारण का हवाला देते हुए राजधानी के 40 गांवों के नाम बदलने की मांग भी की थी. वहीं उन्होंने अब लुटियंस दिल्ली का नाम बदलने की मांग को लेकर नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है, जो परिषद के सदस्य भी हैं.
सड़कों का नाम बदलना दिल्ली के आम लोगों की है इच्छा- आदेश गुप्ता
गुप्ता ने कहा, "अकबर, हुमायूं, बाबर और औरंगजेब जैसे विदेशी आक्रमणकारियों" के नाम पर सड़कों का नामकरण कांग्रेस की सरकारों की "तुष्टिकरण की राजनीति" का हिस्सा था. उन्होंने कहा, "इस बदलाव को हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि यह दिल्ली के आम लोगों की इच्छा है." गुप्ता ने कहा,“खालसा पंथ के संस्थापक और सिखों के 10 वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह, जिन्होंने धर्म और देश की सुरक्षा के लिए अपने चार पुत्रों का बलिदान दिया था, उन्हें वास्तविक श्रद्धांजलि के रूप में, हम मांग करते हैं कि तुगलक रोड, जो मुगल-युग की दासता का प्रतीक है उसका नाम बदलकर गुरु गोबिंद सिंह के नाम पर रखा जाए. ”
इन सड़कों का भी बदला जाए नाम- आदेश गुप्ता
उन्होंने कहा कि, अकबर रोड का नाम महाराणा प्रताप रोड, हुमायूं रोड का नाम महर्षि वाल्मीकि और शाहजहां रोड का नाम सीडीएस जनरल बिपिन रावत रोड रखा जाए. इसी तरह औरंगजेब लेन का नाम बदला जाए और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम लेन रखा जाना चाहिए और बाबर लेन को खुदीराम बोस लेन कहा जाना चाहिए.” उन्होंने कहा, "यह खेदजनक है कि कांग्रेस ने इतने सालों तक गुलामी का यह बोझ ढोया."
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Source: IOCL























