Delhi AQI Today: दिल्ली में सुबह-सुबह विजिबिलिटी जीरो! एक बार फिर AQI 700 पार, ठंड से भी लोगों का बुरा हाल
Delhi AQI: दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. कई इलाकों में AQI 750 के पार चला गया है. IMD के मुताबिक 18 दिसंबर तक तापमान में गिरावट नहीं होगी, इसलिए कड़ाके की ठंड का इंतजार अभी बाकी है.

देश की राजधानी इन दिनों ठंड और खतरनाक प्रदूषण की चपेट में है और ये खतरा एक बार फिर अपने चरम पर है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते 24 घंटों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. नई दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में AQI 750 के पार दर्ज किया गया है, जबकि ठंड की तीव्रता फिलहाल उतनी नहीं बढ़ी है. यह स्थिति स्वास्थ्य, यातायात और रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए गंभीर चुनौती बन गई है जिससे आम लोगों को काफी चुनौतियों का सामना कर ना पड़ रहा है.
दिल्ली-NCR में प्रदूषण का ताजा हाल
नई दिल्ली में पिछले कुछ दिनों तक 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने प्रदूषण को कुछ हद तक नियंत्रित रखा था, लेकिन अब हवाओं की गति घटकर करीब 8 किलोमीटर प्रति घंटे रह गई है. हवाएं धीमी होते ही प्रदूषण की परत एक बार फिर पूरे NCR में फैल गई है. चारों ओर धुंध और स्मॉग की चादर दिखाई दे रही है, जिससे आंखों में जलन और सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ रही हैं. दिन के समय धूप तेज महसूस हो रही है, लेकिन ठंडी हवाएं लगभग गायब हैं. रात के समय हल्की ठंड बनी हुई है, हालांकि वह भी कड़ाके की सर्दी के स्तर तक नहीं पहुंची है.
AQI और तापमान के आंकड़े चिंताजनक
दिल्ली समेत NCR के कई शहरों में AQI बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार संसद मार्ग क्षेत्र में AQI 356 और अक्षरधाम इलाके में 419 दर्ज किया गया है. पूरे शहर की बात करें तो दिल्ली में अधिकतम तापमान करीब 22 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जबकि AQI 713 तक पहुंच गया. नोएडा में तापमान 23 और 11 डिग्री के साथ AQI 766 दर्ज किया गया, गाजियाबाद में 23 और 10 डिग्री के साथ AQI 672 रहा. गुरुग्राम में AQI 416 और ग्रेटर नोएडा में 850 रिकॉर्ड किया गया. ये सभी आंकड़े शनिवार के हैं और बताते हैं कि हवा की गुणवत्ता आम लोगों के लिए लगातार जोखिम भरी बनी हुई है.
क्यों नहीं बढ़ेगी अभी सर्दी और आगे का पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 13 से 18 दिसंबर तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में खास बदलाव नहीं होगा. अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रह सकता है, जबकि हवाओं की गति में भी कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं दिख रही है. स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. महेश पलावत के मुताबिक पहाड़ों पर लगातार वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में हवाएं कमजोर बनी रहेंगी. इसी वजह से उत्तर भारत में प्रदूषण बढ़ रहा है और कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है. ऐसे में साफ है कि दिल्ली-NCR के लोगों को कड़ाके की सर्दी के लिए अभी और इंतजार करना होगा, जबकि प्रदूषण से राहत फिलहाल मुश्किल नजर आ रही है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL
























