Patna Metro: इसी महीने से दौड़ेगी मेट्रो, फेज-2 में बिहटा, एम्स और पटना के कई स्थान जुड़ेंगे
Patna Metro: नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार बुधवार को स्वच्छता ही सेवा-2025 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने मेट्रो को लेकर ताजा अपडेट दिया है.

इसी साल (2025) 15 अगस्त को पटना मेट्रो का उद्घाटन होना था लेकिन किसी न किसी कारण यह लेट होता जा रहा है. उद्घाटन जल्द हो इसको लेकर जोर-शोर से काम चल रहा है. इस बीच बुधवार (24 सितंबर, 2025) को बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि इस (सितंबर) महीने के अंत तक पटना में मेट्रो रेल का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा.
जीवेश कुमार कहा कि पटना मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण में प्राथमिक कॉरिडोर में कुल पांच स्टेशन आईएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक एवं मलाही पकड़ी के बीच परिचालन शुरू किया जा रहा है जिसकी कुल लंबाई 6.20 किलोमीटर है. नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार बुधवार को स्वच्छता ही सेवा-2025 कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे.
नगर विकास एवं आवास विभाग की उपलब्धियों का ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि कभी बजबजाती गंदगी और कचरों के अंबार को लेकर चर्चा में रहने वाले बिहार के विभिन्न शहर अब देशभर में अपनी स्वच्छता का परचम लहरा रहे हैं. जीवेश कुमार ने कहा कि देशभर में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवारा मनाया जा रहा है, लेकिन बिहार में त्योहारों के इस मौसम में यह 17 से 29 अक्टूबर तक यह स्वच्छोत्स्व के रूप में करीब डेढ़ महीने तक मनाया जा रहा है.
'एक साल में कचरा मुक्त राज्य होगा बिहार'
इस मौके पर पटना मेट्रो रेल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि फेज-2 के तहत बिहटा, एम्स और पटना के कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ा जाएगा. दूसरी ओर जीवेश कुमार ने दावा किया कि अगले एक वर्ष में बिहार पूरी तरह कचरा मुक्त राज्य होगा और राज्य के किसी भी कोने में कचरे का अंबार नहीं दिखेगा.
जीवेश कुमार ने कहा कि राज्य में शहरीकरण के विस्तार एवं बढ़ती आबादी के कारण विगत वर्षों में शहरी नागरिकों के लिए शुद्ध पेयजल का अभाव था. वर्ष 2011 के सर्वे के अनुसार राज्य के शहरी क्षेत्र में मात्र 3.26 लाख घरों को ही जलापूर्ति की जाती थी, लेकिन आज शुद्ध नल-जल योजना, मुख्यमंत्री शहरी शहरी पेयजल निश्चय योजना एवं अमृत योजना के तहत कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. परिणाम स्वरूप अब कुल 29.68 लाख घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है.
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