‘क्या नीतीश अब रिटायर होंगे?’ बिहार में एक बर्थडे विश से सियासी गलियारों में उठा तूफान
उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर जेडीयू नेताओं ने कहा कि अभी दस साल और चाहिए. नीतीश कुमार के बाद अंधेरा हैं. रिटायर होना तो प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन अभी नहीं अभी वो प्रासंगिक हैं.

बिहार की राजनीति में एक बर्थडे विश ने सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है. मौका था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के जन्मदिन का और मंच बना उपेंद्र कुशवाहा का एक्स अकाउंट. कुशवाहा ने जन्मदिन की शुभकामना तो दी, लेकिन साथ ही नीतीश कुमार को ‘वक़्त की नजाकत’ समझने की सलाह भी दे डाली.
जन्मदिन की बधाई’ या रिटायरमेंट का इशारा?
उपेंद्र कुशवाहा ने अपने पोस्ट में क्या लिखा?
उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा, "इस सच को स्वीकार करने की कृपा करें कि अब सरकार और पार्टी दोनों का संचालन स्वयं उनके लिए भी उचित नहीं है.” उन्होंने आगे जोड़ा कि पार्टी की ज़िम्मेदारी का हस्तांतरण अब जरूरी है और देरी से “अपूरणीय नुकसान” हो सकता है. कुशवाहा ने निशांत को “जेडीयू की नई उम्मीद” बताते हुए अप्रत्यक्ष रूप से यह सवाल भी उछाल दिया कि क्या अगला चेहरा अब तैयार किया जा रहा है?
कुशवाहा की पोस्ट पर क्या बोली जेडीयू?
इस पूरे बयान पर जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि “उपेंद्र कुशवाहा को पहचान नीतीश कुमार ने दी. ये उनका निजी नज़रिया है.”
वहीं मंत्री महेश्वर हजारी ने दो टूक कहा कि, “नीतीश कुमार जहां खड़े हैं वहीं मुख्यमंत्री हैं. रिटायरमेंट की सलाह पार्टी नहीं मानती, जो निर्णय होगा, वो पार्टी लेगी.”
नीतीश कुमार के समर्थकों ने का कि ‘अभी दस साल और चाहिए! नीतीश कुमार के बाद अंधेरा है. जब तक हैं, तब तक उजाला है. रिटायर होना तो प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन अभी नहीं अभी वो प्रासंगिक हैं.”
समर्थकों ने ये भी कहा कि आईएएस का बेटा आईएएस, नेता का बेटा नेता, इसलिए निशांत को राजनीति में आ जाना चाहिए. नीतीश कुमार में आज भी युवा जैसी ऊर्जा है. जेडीयू कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने जैसे मोर्चा ही संभाल लिया और उपेंद्र कुशवाहा की पोस्ट को उनकी निजी राय बता दिया.
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Source: IOCL






















