मोकामा: दुलारचंद यादव की गोली लगने से नहीं हुई मौत! 3 डॉक्टरों की टीम ने किया पोस्टमार्टम
Dularchand Yadav Murder Case: तीन अलग-अलग FIR दर्ज की गई हैं. एक दुलारचंद के पोते की ओर से, दूसरा अनंत सिंह के समर्थक की ओर से और तीसरा पुलिस की ओर से मामला दर्ज किया गया है.

मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में अब तक दो गिरफ्तारी हुई है. पटना एसपी ग्रामीण विक्रम सिहाग ने बताया कि आज (31 अक्टूबर) दिन में पोस्टमार्टम के बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया. पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड के तीन डॉक्टरों द्वारा किया गया. पोस्टमार्टम करने वाली मेडिकल टीम में शामिल डॉ अजय कुमार ने अहम जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दुलारचंद यादव को पैर में एंकल ज्वाइंट के पास गोली लगी है. पैर में लगी गोली आर पार हो गई है. लेकिन इस गोली से मौत नहीं हो सकती.
पोस्टमार्टम से टीक पहले डेड बॉडी का एक्सरे- डॉक्टर
डॉ अजय कुमार ने कहा कि शरीर पर और भी जख्म के निशान पाए गए. उन्होंने कहा कि हमने पोस्टमार्टम से पहले डेड बॉडी का XRAY कराया. ज्यादातर जख्म छीलने जैसा पाया गया है. हम रिपोर्ट तैयार कर देंगे.
एसपी ग्रामीण विक्रम सिहाग ने बताया कि प्रथम FIR जो मृतक के पोते द्वारा किया गया है उसमें कुल 5 अभियुक्त बनाए गए हैं. दूसरी तरफ से जो आवेदन किया गया उसमें 6 अभियुक्त बनाए गए हैं. सिहाग ने कहा कि जो पुलिस की ओर से दर्ज किया गया मामला है उसमें अज्ञात लोगों को भी आरोपित बनाया गया है. उन्होंने कहा कि वीडियो जो हमें मिल रहे हैं उसके आधार पर जांच की जा रही है.
मोकामा हत्याकांड की बड़ी बातें
- मोकामा की घटना पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है
- 2 लोगों को गिरफ्तारी अब तक हुई है. ये दोनों घटनास्थल पर रोड़ेबाजी में शामिल पाए गए थे
- दुलारचंद के परिजन अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं
- अनंत सिंह ने आरजेडी नेता सूरजभान सिंह पर आरोप लगाया है
- सूरजभान सिंह ने कहा कि जांच के बाद सबकुछ साफ हो जाएगा
- अनंत सिंह और 5 समर्थकों पर हत्या का केस दर्ज हुआ. आवेदन में नीरज कुमार नाम के शख्स (परिवार के सदस्य) की ओर से लिखा गया है कि अनंत सिंह ने खुद गोली फायर की. गोली जांघ में लगी. उसके बाद समर्थकों ने लाठी डंडे से पीटा है और फिर समर्थकों ने उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा के मार दिया.
- अनंत सिंह के समर्थक ने भी एफआईआर दर्ज कराई. इसमें जनसुराज के कैंडिडेट पीयूष प्रियदर्शी, लखन महतो, नीतीश महतो, ईश्वर महतो और अजय महतो को आरोपी बनाया गया.
- सूरजभान सिंह ने कहा कि लोकतंत्र का हनन हुआ है. पूरा देश देख रहा है. इलेक्शन कमीशन से आग्रह है कि जांच हो. रिटायर्ड जज की इंक्वायरी बैठाई जाए. सच्चाई सामने आ जाएगी.
कौन थे दुलारचंद यादव?
दुलारचंद यादव की गिनती बाहुबली नेताओं में होती थी. एक जमाने में आरजेडी से जुड़े हुए थे. उन्हें लालू यादव का करीबी माना जाता था. 1990 में अनंत सिंह के भाई दिलीप सिंह के खिलाफ जेल से विधानसभा चुनाव लड़े और हार गये. टाल क्षेत्र में खासा वर्चस्व था. 2019 में उन्हें पटना ग्रामीण इलाके में पुलिस द्वारा कुख्यात गैंगस्टर बताकर गिरफ्तार किया गया था. दुलारचंद पूर्व के अपराधी रहे. उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.
1991 में लोकसभा के मध्यावधि चुनाव के दौरान पंडारक स्थित एक मतदान केंद्र पर कांग्रेस नेता सीताराम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में भी उन पर आरोप लगा था. 2022 के मोकामा उपचुनाव में उन्होंने बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी का समर्थन किया था. यादव समुदाय में मजबूत पकड़ मानी जाती थी. पिछले कुछ महीनों से मोकामा से जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे.
Source: IOCL





















