JDU ने RJD की एम-वाई समीकरण को साधने की बात से किया इनकार, कही यह बात
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, " हम अपनी राजनीति कर रहे हैं और हमारी राजनीति में हम सभी जाति को लेकर चलते हैं. हमारी राजनीति में कोई खास जाति का महत्व नहीं है. हमारे राजनीति में बिहार महत्वपूर्ण है.

पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी और आरजेडी के दिग्गज नेता चंद्रिका राय नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के दामन थामने वाले हैं. साथ ही उनके साथ पार्टी के दो एमएलए फराज फातमी और जयवर्धन यादव भी जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे. ऐसे में चर्चा है कि सीएम नीतीश कुमार आरजेडी के एम-वाई समीकरण को साधने की कोशिश में जुट गए हैं.
इस संबंध में बात करते हुए गुरुवार को बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने कहा, " हम अपनी राजनीति कर रहे हैं और हमारी राजनीति में हम सभी जाति को लेकर चलते हैं. हमारी राजनीति में कोई खास जाति का महत्व नहीं है. हमारे राजनीति में बिहार महत्वपूर्ण है. हम कैसे सभी को प्रतिनिधित्व दें यह महत्वपूर्ण है. हम लालू यादव की तरह राजनीति नहीं करते."
उन्होंने कहा, " अगर ऐसा होता तो नीतीश कुमार का इतना बड़ा वोट बैंक नहीं होता, उनकी इतनी लोकप्रियता नहीं होती. आज नीतीश कुमार का हर जाति के लोग प्रसंशक हैं, नीतीश कुमार का तो अपने जाति का वोट प्रतिशत भी उतना नहीं है, लेकिन उनकी लोकप्रियता पूरे बिहार और इंडिया में है."
चंद्रिका राय के संबंध में बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा, " चंद्रिका राय सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं. मैं उनको 20 वर्ष से जानता हूं. मैं उनके साथ कांग्रेस-आरजेडी एलायंस में मंत्री रहा हूं. जो भी चंद्रिका राय को जानते हैं वो सभी जानते हैं कि उनका किस तरह का व्यक्तित्व है. राजनीति में उनका एक सौम्य, शिक्षित, पढ़े-लिखा व्यक्ति वाला चरित्र है. वो एक लंबे समय तक राजनीति में सक्रिय हैं और उनका अपने समाज में पैठ है."
उन्होंने कहा, " ये इत्तेफाक है कि वहां ऐसा इवेंट हो गया और उन्हें ऐसा लगा कि हम यहां राजनीति नहीं कर सकते और उन्होंने नीतीश कुमार का दामन थाम लिया. लालू यादव ने तो अपने वर्षों के कार्यकाल में बिहार के राजनीति में स्थापित यादव परिवार को ध्वस्त किया है. ऐसा कोई यादव परिवार नहीं चाहे वो बीपी मंडल का परिवार हो, अनूप यादव का परिवार हो या राम लखन यादव, राम जयपाल सिंह का परिवार हो या दरोगा प्रसाद राय का परिवार हो."
अशोक चौधरी ने कहा, " लालू यादव ने किसी को भी राजनीति में समानांतर खड़ा होने नहीं दिया क्योंकि उन्हें तो अपने परिवार को उठाना था. जो स्थापित यादवों का परिवार था, उसे लालू यादव ने ध्वस्त किया और नीतीश कुमार ने सबको प्रश्रय दिया. विजेंद्र यादव जैसे व्यक्ति को लंबे समय तक प्रदेश अध्यक्ष बनाये रखा, नरेंद्र यादव, बीपी मंडल के परिवार भी हमारे यहां हैं और ये लोग तो स्थापित हैं."
Source: IOCL





















