बिहार चुनाव स्पेशल: चिराग पासवान की नाराजगी की वजह सीटों की संख्या नहीं बल्कि कुछ और है! समझें
Bihar Elections 2025: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के करीबी नेता ने बताया कि हम लोग एनडीए गठबंधन से ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन मन मुताबिक सीट हमें चाहिए. सीटों के अलावा LJP (R) ने तीन और डिमांड बताई है.

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई है. नामांकन शुरू होने में अब कुछ घंटे ही बच गए हैं. 10 अक्टूबर से पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी लेकिन अभी तक महागठबंधन और एनडीए गठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला नहीं सुलझा है. महागठबंधन में यह कहा जा रहा है की कल (09 अक्टूबर) तक सब कुछ फाइनल हो जाएगा. लेकिन एनडीए में ज्यादा घमासान दिख रहा है. उसकी बड़ी वजह चिराग पासवान बने हुए हैं. ऐसी चर्चा हो रही है कि चिराग पासवान ज्यादा सीट मांग रहे हैं. हालांकि उनकी नाराजगी की वजह कुछ और ही सामने आ रही है.
कई लोग 36 सीटों की बात कर रहे हैं तो कोई 40 सीटों की बात कर रहे हैं. ऐसी भी चर्चा हो रही है कि चिराग पासवान को मन मुताबिक सीट नहीं दिया जा रहा है, इससे नाराज हैं. अभी चर्चाओं का बाजार गर्म है तो इस बीच एबीपी न्यूज़ ने खुलासा किया है कि चिराग पासवान की मुख्य डिमांड क्या है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एबीपी न्यूज ने बुधवार (08 अक्टूबर) को सुबह में ही खबर चलाई है कि चिराग पासवान 25 से 26 सीट पर मान गए हैं. लेकिन अभी जो जानकारी मिल रही है कि चिराग के नाराजगी की वजह सीटों की संख्या नहीं है बल्कि कुछ और है.
मटिहानी समेत 3 विधानसभा सीट पर पेच फंसा!
गठबंधन से उन्हें जो 25 से 26 सीट दी जा रही है, उसके लिए वह तैयार हैं, लेकिन तीन विधानसभा सीट पर पेच फंसा हुआ है. इनमें मटिहानी विधानसभा सीट, सिकंदरा सीट और गोविंदगंज विधानसभा सीट है. यह तीनों सीट चिराग पासवान मांग रहे हैं. इसमें मटिहानी विधानसभा सीट जो 2020 में लोक जनशक्ति पार्टी जीती थी लेकिन उसके विधायक राजकुमार सिंह बाद में जेडीयू में चले गए थे. गोविंद गंज पर जेडीयू का पहले से विधायक हैं तो सिकंदरा विधानसभा सीट पर जीतन राम मांझी की पार्टी हम का कब्जा है. और चिराग पासवान इन तीनों सीट के लिए अड़े हुए हैं कि हर हाल में मुझे यह तीन सीट चाहिए.
चिराग पासवान के करीबी नेता का क्या है दावा?
नाम नही छापने की शर्त पर लोजपा रामविलास के वरिष्ठ नेता और चिराग पासवान के एक करीबी नेता ने बताया, ''ऐसी कोई बात नहीं है कि हमारी पार्टी 35 या 40 सीट की डिमांड कर रही है. 26 सीटों का लिस्ट दे दिया गया है लेकिन जो तीन सीट है उस पर बात अभी तक नहीं बन रही है, उसमें सबसे पहली और मुख्य डिमांड है मटिहानी विधानसभा सीट जो 2020 में हमारी पार्टी से राजकुमार सिंह जीते थे लेकिन वह में जेडीयू में शामिल हो गए, उस सीट की मांग की जा रही है लेकिन जेडीयू उसे देने को तैयार नहीं है.''
सिकंदरा और गोविंदगंज सीट की भी मांग
उन्होंने आगे कहा, ''दूसरी सीट सिकंदरा विधानसभा सीट है जिस पर जीतन राम मांझी के प्रत्याशी जीते हुए हैं, उस सीट की डिमांड की जा रही है और तीसरा गोविंदगंज विधानसभा सीट है जहां जेडीयू के विधायक हैं. उस सीट पर पहले भी हमारे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी जीतते रहे हैं और हमारी पार्टी के वे प्रदेश अध्यक्ष है तो उनका मान रखना है इसलिए वह सीट भी हमें चाहिए.''
चिराग पासवान की पार्टी के नेता ने ये भी बताया, ''गोविंदगंज सीट के लिए जेडीयू की ओर से बहुत ज्यादा प्रेशर नहीं दिया जा रहा है, लेकिन मटिहानी सीट देने को तैयार नहीं हैं और हम लोग उस पर समझौता करने को तैयार नहीं है. क्योंकि वह सीट हमारा जीता हुआ है तो हमें चाहिए. सिकंदरा सीट भी हर हाल में लेंगे. मंगलवार को धर्मेंद्र प्रधान, मंगल पांडे और विनोद तावडे ने हमारे नेता चिराग जी से दिल्ली में मुलाकात की थी.''
सीटों के अलावा चिराग पासवान की क्या है 3 डिमांड?
उन्होंने आगे कहा, ''सीटों के अलावा तीन डिमांड की गई है, इसमें एक राज्यसभा सीट, एक एमएलसी का सीट और किसी आयोग में अध्यक्ष के लिए हमारी पार्टी से एक सीट चाहिए. लेकिन अभी तक बीजेपी के शीर्ष नेताओं से इसके लिए हरी झंडी नहीं मिली है. यह अभी एक मामला बना हुआ है.
ऐसी चर्चाएं हो रही है कि चिराग पासवान अलग चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन ऐसी बात नहीं है. हम लोग गठबंधन से ही चुनाव लड़ेंगे और 25 से 26 सीट पर ही हम लोग चुनाव लड़ेंगे उससे ज्यादा का डिमांड भी नहीं है.लेकिन मन मुताबिक सीट हमें चाहिए.''
NDA में किसे कितनी सीटें मिलने की संभावना?
एलजेपी (R) के नेता ने ये भी दावा किया कि आज (08 अक्टूबर) रात से लेकर कल (09 अक्टूबर) दोपहर तक सब कुछ ठीक हो जाएगा. बड़े नेताओं से लगातार बातें हो रही हैं.'' बता दें कि सूत्रों से जो जानकारी मिली है, इसके अनुसार जेडीयू को 102, बीजेपी 101, उपेंद्र कुशवाहा को 6 से 7 सीट और जीतन राम मांझी की पार्टी को 7 से 8 सीट, लोजपा को 25 से 26 सीट पर बातें चल रही हैं और इस पर लगभग तय भी है.
मटिहानी सीट को चिराग ने बनाया प्रतिष्ठा का विषय!
मुख्य रूप से मटिहानी सीट जिसे चिराग पासवान अपनी प्रतिष्ठा का विषय बनाये हुए हैं तो जेडीयू के लिए भी ये सीट मायने रख रहा है. क्योंकि मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह भूमिहार जाति से आते हैं एक वह बड़े व्यवसाय के साथ-साथ पूरे इलाके में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं ऐसे में जेडीयू राजकुमार सिंह को नाराज नहीं करना चाहती है.
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