PMCH में फिर हड़ताल, परिजनों और जूनियर डॉक्टर्स में हुई थी मारपीट, स्वास्थ्य विभाग मौन!
PMCH Junior Doctors Strike: बुधवार को ब्रेन हेमरेज से एक वृद्ध मरीज सुरेश सिंह की मौत हुई थी. दोनों पक्षों की ओर से पीरबहोर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.

सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं. गुरुवार (04 दिसंबर, 2025) को ओपीडी और इमरजेंसी में सेवा ठप हो गई. इलाज कराने के लिए पहुंचे मरीजों और परिजनों को लौटना पड़ा. हड़ताल की वजह बीते बुधवार (03 दिसंबर, 2025) की सुबह परिजनों और जूनियर डॉक्टर्स के बीच मारपीट है.
बुधवार को ब्रेन हेमरेज से एक वृद्ध मरीज सुरेश सिंह की मौत हुई थी. इसके बाद मृतक के परिजनों और जूनियर डॉक्टर्स के बीच बहस शुरू हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई. परिजनों का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर्ट ने उनके साथ मारपीट की और कुछ देर के लिए बंधक भी बना लिया. घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
दोनों पक्षों की ओर से पीरबहोर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. मरीज के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. उधर जूनियर डॉक्टर्स ने सुरक्षा की मांग की है.
क्या कहते हैं परिजन?
मृतक सुरेश सिंह के बेटे अमन ने घटना के बाद बीते बुधवार को कहा था, "पिता का ब्रेन हेमरेज हुआ था. तीन दिन पहले भर्ती हुए थे. आज हालत खराब हो गई. ईसीजी की जांच हुई. इसके बाद मेरी बहन सिर्फ इतना बोली कि इनका (पिता) शरीर गर्म है एक बार देख लीजिए क्योंकि मरने के बाद शरीर ठंडा हो जाता है. तो बहन को आपत्तिजनक शब्द डॉक्टर की ओर से बोला गया. बहन ने कहा कि ऐसे कैसे बात कर सकते हैं. हम भी वहीं थे. डॉक्टर ने बहन को धक्का दे दिया. वीडियो है. मेरा आईफोन छीन लिया गया. एक लाख रुपया मारपीट में गिर गया."
बता दें कि पीएमसीएच में आए दिन परिजनों और डॉक्टर्स के बीच मारपीट की खबरें आती हैं. हैरानी की बात है कि आज तक इस ऐसी व्यवस्था यहां नहीं बन सकी कि इसे कैसे रोका जाए. यहां तक कि स्वास्थ्य विभाग मौन रहता है. पीएमसीएच प्रशासन की ओर से भी ठोस कदम नहीं उठाया जाता है. कई बार गार्ड भी यहां मरीज के परिजनों की पिटाई कर चुके हैं.
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