Bihar Election 2025: NDA के सीट शेयरिंग के ऐलान के बाद RJD का प्लान B शुरू? बीजेपी-JDU की बढ़ेगी टेंशन
Bihar Election 2025: NDA में सीट बंटवारे के बाद मांझी और कुशवाहा असंतुष्ट हैं. RJD भी प्लान B पर काम कर सकती है. असंतुष्ट नेताओं से संपर्क और कांग्रेस पर सीटों का दबाव बनाने की बात भी सामने आ रही है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए द्वारा सीट शेयरिंग का ऐलान हो चुका है, लेकिन इसके बाद गठबंधन में उभरे असंतोष ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अब इस स्थिति को लेकर संभावित रणनीति, यानी 'प्लान B' पर काम करने की तैयारी में है.
एनडीए के अंदर मांझी और कुशवाहा को केवल 6-6 सीटें दी गई हैं, जिस पर दोनों नेताओं ने असंतोष जताया है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि RJD इस अवसर का फायदा उठाकर इन असंतुष्ट सहयोगियों से संपर्क साध सकती है और उन्हें महागठबंधन में शामिल करने की कोशिश कर सकती है. RJD का मानना है कि राजनीति में कोई भी मित्र या दुश्मन स्थायी नहीं होता और परिस्थितियों के अनुसार गठबंधन बदल सकते हैं.
60 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है कांग्रेस
RJD की रणनीति में कांग्रेस और वीआईपी के दबाव को भी शामिल किया गया है. कांग्रेस इस बार 60 सीटों की मांग पर अड़ी हुई है, जबकि मुकेश सहनी 30 सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं. RJD फिलहाल कांग्रेस को 50 और सहनी को 15-18 सीटें देने के लिए तैयार है. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस संतुलन को बनाते हुए RJD संभवतः 'प्लान B' के तहत अन्य असंतुष्ट नेताओं को जोड़कर महागठबंधन की ताकत बढ़ा सकती है.
एनडीए की टेंशन को बढ़ा सकती है RJD की रणनीति
विशेषज्ञों का कहना है कि RJD की यह रणनीति एनडीए के भीतर बीजेपी-जेडीयू की टेंशन को बढ़ा सकती है. अगर मांझी और कुशवाहा किसी भी हालत में RJD के साथ गठबंधन करते हैं, तो यह एनडीए के लिए गंभीर चुनौती बन सकती है. पिछले अनुभवों से यह भी साबित हो चुका है कि मांझी और कुशवाहा महागठबंधन का हिस्सा रह चुके हैं और उनकी राजनीतिक पकड़ सीमांचल और पिछड़ा वर्ग में मजबूत है.
पूरी तरह से स्थिर नहीं है एनडीए का गठबंधन
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार की राजनीति में इस तरह की घटनाएं आम हैं. सीटों के बंटवारे, नेताओं की नाराजगी और गठबंधन में उतार-चढ़ाव चुनावी नतीजों पर बड़ा असर डाल सकते हैं. RJD का प्लान B फिलहाल असंतुष्ट नेताओं को महागठबंधन में जोड़ने और सीटों के हिसाब से दबाव बनाने पर केंद्रित है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की यह परिस्थिति साफ कर रही है कि एनडीए का गठबंधन पूरी तरह से स्थिर नहीं है. वहीं, RJD अपनी रणनीति के जरिए विपक्ष में ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रही है. ऐसे में आने वाले दिनों में राजनीतिक घटनाक्रम इस चुनाव की दिशा तय कर सकते हैं.
Source: IOCL























