IND vs ENG First Test: इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट जीतना है तो आज टीम इंडिया को हर हाल में करने होंगे ये 4 अहम काम, जानिए क्या
इंग्लैंड के खिलाफ 96 रन की बढ़त के साथ भारत टेस्ट में आगे जरूर है, लेकिन क्या यह जीत के लिए काफी है? चौथे दिन टीम इंडिया को क्या कमाल करना होगा ? आइए जानते हैं जीत का पूरा गेम प्लान.

IND vs ENG First Test : भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले के लीड्स में खेला जा रहा पहला टेस्ट अब अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है. तीन दिन का खेल समाप्त हो चुका है और मुकाबला अब अपने निर्णायक चरण की ओर बढ़ रहा है. दोनों ही टीमें एक-एक बार बल्लेबाजी कर चुकी हैं. भारत, जिसने पहली पारी में मात्र 6 रन की बढ़त ली थी, अब दूसरी पारी में 2 विकेट के नुकसान पर 90 रन बना चुका है. ऐसे में भारत अब कुल 96 रन से लीड कर रहा है.
इस मुकाबले में अभी दो दिन का खेल बाकी है और दोनों टीमों के पास बराबरी का मौका है. हालांकि भारत अगर यह टेस्ट जीतना चाहता है, तो उसे चौथे दिन बेहद सटीक रणनीति के साथ मैदान पर उतरना होगा. गिल की कप्तानी में टीम को ये अहम काम करने होंगे.आइए जानते हैं इंडिया का गेमप्लान
रन बनाना होगा पहला लक्ष्य
चौथे दिन का खेल शुभमन गिल और केएल राहुल की साझेदारी से शुरू होगा. इन दोनों बल्लेबाजों पर यह जिम्मेदारी होगी कि वह क्रीज पर टिककर खेलें और साथ ही रन गति भी बनाए रखें. पिच तीसरे दिन के आखिरी सेशन में थोड़ी फ्लैट नजर आई थी, ऐसे में बल्लेबाजों को स्ट्राइक रोटेट करते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों को लय में आने से रोकना होगा.
भारत की कोशिश होगी कि वह अपनी बढ़त को 250 रनों से ऊपर ले जाए ताकि दूसरी पारी में इंग्लैंड पर दबाव बनाया जा सके और मैच अपने पाले में किया जा सके.
शुरूआत में आक्रामकता से करनी होगी गेंदबाजी
लीड्स की पिच पर सुबह के समय तेज गेंदबाजो को सीम मूवमेंट मिल अच्छी मिल सकती है. अगर मौसम में बादल मौजूद रहे तो जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी एक बार फिर खतरनाक साबित हो सकती हैं. उन्हें पहले सेशन से ही आक्रामक गेंदबाजी का रुख अपनाना होगा.
वहीं, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर को भी बेहतर लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करनी होगी ताकि इंग्लिश बल्लेबाजों को पिच पर टिकने का मौका न मिल सके. दबाव बनाना ही भारतीय टीम के लिए जीत का दरवाजा खोल सकता है.
करनी होगी बेहतर फील्डिंग,अब एक भी गलती महंगी पड़ेगी
तीसरे दिन भारतीय टीम ने कई अहम कैच छोड़े थे. जिनका पूरा फायदा इंग्लैंड के बल्लेबाजो ने उठाया था. भारत को यदि मैच अपने पक्ष में करना है तो फील्डिंग में सुधार बेहद जरूरी है. स्लिप, गली और क्लोज-इन फील्डिंग पोजिशन पर खिलाड़ी पूरी सतर्कता के साथ खड़े हों ,यह टीम मैनेजमेंट को सुनिश्चित करना होगा.
नई साझेदारियों को तोड़ने के लिए शुरुआत में आक्रामक फील्डिंग सेटअप लगाया जा सकता है, और जैसे-जैसे पिच टूटेगी, वहां से स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा की भूमिका भी अहम हो सकती है.
समय का इस्तेमाल करते हुए सही डिक्लेरेशन प्लान बनाना
भारत के पास मैच को कंट्रोल में लेने के लिए समय की कोई कमी नहीं है. अगर चौथे दिन भारत बिना ज्यादा विकेट गंवाए स्कोर को 250 से 300 तक पहुंचा देता है, तो वह एक रणनीतिक डिक्लेरेशन का विकल्प चुन सकता है.
भारत की कोशिश यह हो सकती है कि चौथे दिन के अंतिम सेशन या पांचवें दिन की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम को बल्लेबाजी के लिए बुलाया जाए ताकि पिच की मुश्किलें इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए और बढ़ जाएं, साथ ही यदि भारतीय टीम जल्दी विकेट लेने में कामयाब नहीं होती है, तो भारत लंबी पारी खेल कर इंग्लैंड को फॉलो-ऑन से भी दूर रख सकता है.
अब यहां से किस ओर जा सकता है मैच?
तीन दिन के खेल के बाद भारत अब एक बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है, लेकिन इंग्लैंड की टीम ने भी वापसी के संकेत दे दिए हैं. ऐसे में चौथे दिन का हर सेशन निर्णायक साबित होने वाला है. अगर गिल की कप्तानी में भारत रणनीति पर अहम फैसले करता है, तो यह पहला टेस्ट उसके नाम हो सकता है, लेकिन इसके लिए फील्डिंग, गेंदबाजी और बल्लेबाजी , तीनों ही विभागों में एक बेहतर टीम प्रदर्शन की जरूरत होगी.
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Source: IOCL


















