एक्सप्लोरर

बिहार चुनाव एग्जिट पोल 2025

(Source:  Poll of Polls)

Jitiya Vrat 2024: जितिया के नहाय-खाय से लेकर पारण तक इन 5 चीजों का है खास महत्व, इसके बिना व्रत है अधूरा

Jitiya Vrat 2024: जितिया का पर्व मातृत्व प्रेम का प्रतीक है. बच्चों के खुशहाल और दीर्घायु जीवन के लिए इस दिन माताएं कठिन निर्जला व्रत रखती हैं. जितिया पर्व पर कुछ विशेष चीजों के सेवन का महत्व है.

Jitiya Vrat 2024: जितिया का पर्व मातृत्व प्रेम का प्रतीक है. बच्चों के खुशहाल और दीर्घायु जीवन के लिए इस दिन माताएं कठिन निर्जला व्रत रखती हैं. जितिया पर्व पर कुछ विशेष चीजों के सेवन का महत्व है.

जितिया व्रत 2024

1/9
हिंदू धर्म में जितिया पर्व का खास महत्व है, जोकि आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी को होता है और यह पर्व पूरे 3 दिनों तक चलता है. इस साल 24 सितंबर को जितिया का नहाय खाय है और 25 सितंबर को पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जाएगा. वहीं 26 सितंबर 2024 को व्रत का पारण किया जाएगा.
हिंदू धर्म में जितिया पर्व का खास महत्व है, जोकि आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी को होता है और यह पर्व पूरे 3 दिनों तक चलता है. इस साल 24 सितंबर को जितिया का नहाय खाय है और 25 सितंबर को पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जाएगा. वहीं 26 सितंबर 2024 को व्रत का पारण किया जाएगा.
2/9
जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत में नहाय-खाय से लेकर पारण तक कुछ विशेष व्यंजन बनाए जाने की परंपरा है, जिसके बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है. ये व्यंजन जितिया पर्व को और भी खास बनाते हैं. आइये जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में.
जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत में नहाय-खाय से लेकर पारण तक कुछ विशेष व्यंजन बनाए जाने की परंपरा है, जिसके बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है. ये व्यंजन जितिया पर्व को और भी खास बनाते हैं. आइये जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में.
3/9
सतपुतिया: ताजे और छोटे तोरई को ही बिहार-झारखंड में सतपुतिया या झिंगनी कहा जाता है. जितिया के मौके पर इसे बनाना अनिवार्य होता है. वहीं जितिया की पूजा में इसके पत्तों पर ही जीमूतवाहन और देवता-पितरों को प्रसाद अर्पित किए जाते हैं.
सतपुतिया: ताजे और छोटे तोरई को ही बिहार-झारखंड में सतपुतिया या झिंगनी कहा जाता है. जितिया के मौके पर इसे बनाना अनिवार्य होता है. वहीं जितिया की पूजा में इसके पत्तों पर ही जीमूतवाहन और देवता-पितरों को प्रसाद अर्पित किए जाते हैं.
4/9
नोनी साग: जितिया पर्व पर नोनी साग का विशेष महत्व होता है. नहाय-खाय और पारण के दिन हरी-भूरी और लाल रंग की नोनी साग बनाई जाती है. लोग इसका साग बनाते हैं, कुछ इसके पकौड़े तैयार करते हैं तो कुछ नोनी साग को दाल के साथ बनाते हैं.
नोनी साग: जितिया पर्व पर नोनी साग का विशेष महत्व होता है. नहाय-खाय और पारण के दिन हरी-भूरी और लाल रंग की नोनी साग बनाई जाती है. लोग इसका साग बनाते हैं, कुछ इसके पकौड़े तैयार करते हैं तो कुछ नोनी साग को दाल के साथ बनाते हैं.
5/9
मडुआ की रोटी: जितिया के नहाय-खाय में मडुआ की रोटी खाने की परंपरा है. अनाज के रूप में नहाय-खाय पर महिलाएं महुआ की रोटी या फिर इसकी टिक्की बनाकर खाती हैं.
मडुआ की रोटी: जितिया के नहाय-खाय में मडुआ की रोटी खाने की परंपरा है. अनाज के रूप में नहाय-खाय पर महिलाएं महुआ की रोटी या फिर इसकी टिक्की बनाकर खाती हैं.
6/9
कुशी केशव: इसे देसी मटर भी कहा जाता है. हरे रंग के इसी मटर को खाकर व्रती अपना व्रत खोलती है. जितिया के दिन कुशी केशव से भी स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किया जाता है.
कुशी केशव: इसे देसी मटर भी कहा जाता है. हरे रंग के इसी मटर को खाकर व्रती अपना व्रत खोलती है. जितिया के दिन कुशी केशव से भी स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किया जाता है.
7/9
अरबी: अरबी को बिहार में कच्चू भी कहा जाता है. जितिया के नहाय खाय के दिन और पारण के दिन अरबी और इसके पत्ते से व्यंजन तैयार किए जाते हैं.
अरबी: अरबी को बिहार में कच्चू भी कहा जाता है. जितिया के नहाय खाय के दिन और पारण के दिन अरबी और इसके पत्ते से व्यंजन तैयार किए जाते हैं.
8/9
जितिया पर्व में शामिल की जाने वाली इन सब्जियों की खास बात यह है कि ये चीजें आसानी से कहीं भी उग जाती है, यानी उपजाऊ होती है. ये हर मौसम की मार झेलने में सक्षम होती हैं और सेहत के लिए भी लाभकारी होती हैं.
जितिया पर्व में शामिल की जाने वाली इन सब्जियों की खास बात यह है कि ये चीजें आसानी से कहीं भी उग जाती है, यानी उपजाऊ होती है. ये हर मौसम की मार झेलने में सक्षम होती हैं और सेहत के लिए भी लाभकारी होती हैं.
9/9
जितिया में इन साग-सब्जियों का इस्तेमाल कर माताएं यह प्रार्थना करती हैं ये जिस तरह ये सब्जियां बंजर जमीन पर उग जाती है और हर मौसम की मार सहन कर लेती है. उसी तरह हमारी संतान भी हर परिस्थिति में फलती-फूलती रहे.
जितिया में इन साग-सब्जियों का इस्तेमाल कर माताएं यह प्रार्थना करती हैं ये जिस तरह ये सब्जियां बंजर जमीन पर उग जाती है और हर मौसम की मार सहन कर लेती है. उसी तरह हमारी संतान भी हर परिस्थिति में फलती-फूलती रहे.

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

और देखें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

भूटान से लौटते ही दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी, अहम सुरक्षा बैठक में भी लेंगे हिस्सा
भूटान से लौटते ही दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी
यूपी में चाहिए मुस्लिमों का वोट तो अखिलेश यादव को लेना होगा ये फैसला! मौलाना ने दी चेतावनी
यूपी में चाहिए मुस्लिमों का वोट तो अखिलेश यादव को लेना होगा ये फैसला! मौलाना ने दी चेतावनी
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
IND vs SA Series: 14 नवंबर से बजेगा बिगुल, जानें भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज का पूरा शेड्यूल और लाइव डिटेल्स
14 नवंबर से बजेगा बिगुल, जानें भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज का पूरा शेड्यूल और लाइव डिटेल्स
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Delhi Blast: दिल्ली धमाके में जांच एजेंसियों का एक्शन जारी,कश्मीर में एक और डॉक्टर हिरासत में-सूत्र
Delhi Blast: दिल्ली धमाके केस में बड़ा खुलासा, आरोपी डॉक्टर उमर के दस्तावेज आए सामने!
Delhi Red Fort Blast: डॉक्टर उमर ने जिस डीलर से खरीदी थी i-20 कार, पुलिस उससे कर रही पूछताछ
Delhi Blast: मिल गए सबूत, J&K पुलिस ने आतंकियों के ठिकानों पर ऐसे किया कब्जा | Bomb Blast
Delhi Red Fort Blast: गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल के फोन की जांच में बड़ा खुलासा, कई बार दिल्ली आया था

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
भूटान से लौटते ही दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी, अहम सुरक्षा बैठक में भी लेंगे हिस्सा
भूटान से लौटते ही दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी
यूपी में चाहिए मुस्लिमों का वोट तो अखिलेश यादव को लेना होगा ये फैसला! मौलाना ने दी चेतावनी
यूपी में चाहिए मुस्लिमों का वोट तो अखिलेश यादव को लेना होगा ये फैसला! मौलाना ने दी चेतावनी
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
IND vs SA Series: 14 नवंबर से बजेगा बिगुल, जानें भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज का पूरा शेड्यूल और लाइव डिटेल्स
14 नवंबर से बजेगा बिगुल, जानें भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज का पूरा शेड्यूल और लाइव डिटेल्स
शर्लिन चोपड़ा ने हटवाए हैवी ब्रेस्ट इम्प्लांट, हॉस्पिटल से शेयर किया वीडियो, बोलीं- बहुत दर्द में थीं
शर्लिन चोपड़ा ने हटवाए हैवी ब्रेस्ट इम्प्लांट, हॉस्पिटल से शेयर किया वीडियो, बोलीं- बहुत दर्द में थीं
Special Feature: ऐश्वर्या राय सरकार, स्टाइल और संस्कृति का संगम
ऐश्वर्या राय सरकार: स्टाइल और संस्कृति का संगम
Pregnant Women Labor Pain: प्रेग्नेंट लेडीज को अब क्यों नहीं होता लेबर पेन, इससे बच्चा पैदा करने में कितनी दिक्कत?
प्रेग्नेंट लेडीज को अब क्यों नहीं होता लेबर पेन, इससे बच्चा पैदा करने में कितनी दिक्कत?
क्या है ट्रंप का न्यूयॉर्क प्रोजेक्ट, जिस पर ब्रेक लगा सकते हैं जोहरान ममदानी? जानें इसके बारे में सबकुछ
क्या है ट्रंप का न्यूयॉर्क प्रोजेक्ट, जिस पर ब्रेक लगा सकते हैं जोहरान ममदानी? जानें इसके बारे में सबकुछ
Embed widget