'अपार्टमेंट में बच्चों के साथ थी, अचानक गिरा...', म्यांमार में चश्मदीदों ने बताई आपबीती
Myanmar Earthquake : म्यांमार और बैंकॉक में भूकंप के जोरदार झटकों के कारण कई गगनचुंबी इमारतें भरभराकर ढह गईं. वहीं, इन इमारतों में भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं और कई लोगों की मौत हो चुकी है.

Myanmar-Bangkok Earthquake : म्यांमार और बैंकॉक में शुक्रवार (28 मार्च) को 7.7 और 7.2 की तीव्रता के साथ भूकंप के भयानक झटके महसूस किए गए. ये झटके इतने जोरदार थे कि इसके कारण कई गगनचुंबी इमारतें कुछ ही मिनटों में जमींदोज हो गईं. वहीं, इस भयानक आपदा में म्यांमार में 25 लोगों की जान चली गई.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार के मिलिट्री शासन ने पहले कहा था कि भूकंप का एपिसेंटर म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मंडाले के पास था और म्यामांर में लोगों को अगले छह घंटे तक भूकंप के आफ्टरशॉक के खतरे को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है. वहीं, म्यांमार के सगाईंग, मंडाले, मेगवे, शान राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित बागो और नेपिडॉ इलाके में स्टेट ऑफ इमरजेंसी की घोषणा की गई है.
चश्मदीदों ने बताया कैसे मची तबाही?
भूकंप के झटकों के शांत होने के बाद जब स्थिति सामान्य हुई तब तबाही के मंजर साफ दिखने लगे. आपदा के चश्मदीदों ने बताया कि इस भयानक भूकंप के कारण म्यांमार के मंडाले, सगाईंग और शान राज्य के दक्षिणी इलाके में होटल, पुल, नर्सरी स्कूल, अपार्टमेंट सहित कई इमारतें ढह गईं. इसके अलावा यांगून-मंडाले हाईवे के पुल समेत कुछ अन्य हिस्से भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिसके कारण सड़क पर कई गाड़ियां फंसे हुए हैं.
म्यांमार के सबसे बड़े शहर यागूंन में आपदा के चश्मदीदों ने बीबीसी को बताया कि भूकंप के झटके काफी भयानक और तेज थे, जो करीब 4 मिनट तक बरकरार रहे. वहीं, सिरिन्या नकुटा ने रॉयटर्स से कहा, “मैं अपने बच्चों के साथ अपने अपार्टमेंट में थी, जब भूकंप के झटके महसूस हुए और लगातार बने रहे. इसके बाद मुझे पत्थर जैसे भारी चीजें गिरने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद मैं डर गई और अपने बच्चों को लेकर अपार्टमेंट से भाग निकली.”
वहीं, बैंग सू जिले के उप पुलिस चीफ वोरापट सुखथाई ने AFP से कहा, “जब मैं हादसे की जगह पर पहुंचा, तो मैंने काफी लोगों को मदद के लिए चीखते हुए सुना. यह बहुत ही भयावह मंजर था.”
बैंकॉक के लोगों ने बताई आपबीती
बैंकॉक की रहने वाली जुजाना वारी-कोवाक्स ने बीबीसी को भूकंप के दौरान की आपबीती बताई. उन्होंने कहा, “मैं रेस्टूरेंट में अपने के लिए इंतजार कर रही थी और अचानक ही धरती कांपने लगी. जब मैंने आसपास देखा तो सभी भाग रहे थे. तो मैं तुरंत रेस्टूरेंट के बाहर भागी.”
वहीं, डेबोराह पुनमाचेट ने कहा, “मैं अपने रिक्लाइनर पर बैठी हुई थी और अचानक ही मेरी रिक्लानर चेयर पलट गई. इसके बाद में जब मुझे भूकंप महसूस हुआ. तो मैं तुरंत बाहर की तरफ भागी.”
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















