'दूतावास में घुसने के 2 मिनट के भीतर खाशोगी पर हुआ हमला, 22 मिनट में हुए शरीर के टुकड़े'
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक दो अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्यिक दूतावास के भीतर जाने के दो मिनट के बाद ही खशोगी पर हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई और 22 मिनट के अंदर उनके शरीर के अंगों को अलग-अलग कर दिया गया.

वॉशिंगटन: अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी ख़बर में कहा है कि सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी पर दूतावास में घुसने के दो मिनट के भीतर ही हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तइप एर्दोगन से जुड़े एक शख्स ने बताया कि जिस गति से खाशोग्गी की हत्या की गई, उससे साफ पता चलता है कि यह सोची-समझी साजिश थी.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक दो अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्यिक दूतावास के भीतर जाने के दो मिनट के बाद ही खशोगी पर हमला किया गया और सात मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई और 22 मिनट के अंदर उनके शरीर के अंगों को अलग-अलग कर दिया गया. तुर्की के अधिकारियों ने पहले कहा था कि खशोगी की हत्या के लिए सऊदी अरब की यह हत्यारी टीम अपना काम करके दो घंटे से भी कम समय में वहां से रवाना हो गई थी.
टाइम्स ने यह भी बताया कि सऊदी अरब के हत्यारे एजेंटों ने भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए खशोगी के एक बॉडी डबल का भी इंतजाम किया था और उसे खशोगी के कपड़े पहना दिए गए थे ताकि इस हत्या को कवर-अप किया जा सके. तुर्की की ओर से जारी सुरक्षा कैमरा वीडियो में खशोगी जैसे शख्स को खशोगी की हत्या के तुरंत बाद इंस्ताबुल की सड़कों पर घूमते देखा जा सकता है.
खत्म होगा खशोगी के हत्यारों का वीज़ा अमेरिका ने सऊदी अरब के उन अधिकारियों का अमेरिकी वीजा रद्द करने की घोषणा की है जो पत्रकार जमाल खशोगी की ‘हत्या’ में कथित तौर पर शामिल हैं. सऊदी अरब ने स्वीकार किया है कि तुर्की के इस्तांबुल में उसके वाणिज्य दूतावास में 59 वर्षीय इस पत्रकार की हत्या हुई. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका इस मामले से जुड़े हर महत्वपूर्ण तथ्य की मांग करता रहेगा और अपनी देश की संसद और अन्य देशों के साथ मिलकर अमेरिका उन लोगों को जिम्मेदार ठहराने के लिए काम करेगा जो इस हत्या में शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास इस मामले से संबंधित जो जानकारियां हैं, उस पर प्रशासन उचित कार्रवाई कर रहा है. पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका ने खशोगी की हत्या में शामिल कम से कम कुछ लोगों की पहचान की है. इन लोगों में सऊदी अरब की खुफिया सर्विस, रॉयल कोर्ट और सऊदी विदेश मंत्रालय के लोग हैं.
खशोगी का ताल्लुक पहले सऊदी अरब के शाही परिवार से था लेकिन बाद में वह वली अहद (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक हो गए. अपनी होने वाली शादी से जुड़ा दस्तावेज लेने के लिए खशोगी दो अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास गए जहां से वह लापता हो गए थे. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोहम्मद बिन सलमान के रुतबे को गहरी चोट पहुंचाई है.
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