Israel Hamas Ceasefire LIVE: 'सुरक्षित हाथों में तीनों बंधक', इजरायली बंधकों की रिहाई पर बोला IDF
Israel Hamas War Ceasefire: इजराइल-हमास के बीच 42 दिन के युद्धविराम का पहला चरण शुरू हुआ है. गाजा सीमा से सटे तीन केंद्रों पर रिहाई प्रक्रिया पूरी होगी.

Background
इजराइल और हमास के बीच समझौते का पहला चरण रविवार को गाजा के स्थानीय समयानुसार सुबह 11:15 बजे शुरू हुआ. समझौते के पहले दिन हमास ने तीन बंधकों को रिहा किया है. इजरायली सेना ने इसकी पुष्टि की है और कहा है कि तीनों बंधक अब सुरक्षित हाथों में हैं.
समझौते में क्या हुआ है तय?
इजरायल और हमास के बीच आज से युद्ध विराम का पहला चरण शुरू हो रहा है. यह चरण कुल 42 दिनों का होगा. इस दौरान हमास के लड़ाके इजरायल के 98 में से 33 बंधकों को रिहा करेंगे. इजरायल की ओर से 737 कैदी रिहा किए जाएंगे. बंधकों और कैदियों के आदान-प्रदान के लिए तीन पॉइंट बन चुके हैं. केरिम शालोम, एरेज़ और रीम में यह पॉइंट्स होंगे. यहां डॉक्टर्स और मेंटल हेल्थ विशेषज्ञ मौजूद होंगे जो रिहा होने वाले लोगों की जांच करेंगे.
समझौते के अनुसार, इन 42 दिनों में इजरायली सेना गाज़ा के घनी आबादी वाले इलाकों से धीरे-धीरे पीछे हटना शुरू होगी. सेना के इन इलाकों से हटने के बाद ही यहां के निवासी फिर से अपने घरों में वापसी कर सकेंगे. जब तक सभी इजरायली बंधक मुक्त नहीं कर लिए जाते तब तक इजरायल के सैनिक पूरी तरह से गाज़ा से पीछे नहीं हटेंगे. युद्ध विराम के पहले फेज के 16वें दिन से दूसरे फेज़ के लिए बातचीत आगे बढ़ेगी.
‘गाजा में बंदूकें शांत हो गईं’, बोले जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन गाजा युद्धविराम समझौते का स्वागत करते हुए कहा, ‘इतने दर्द, मौत और जानमाल के नुकसान के बाद, आज गाजा में बंदूकें शांत हो गई हैं.’ उन्होंने कहा, “अब यह क्षेत्र मौलिक रूप से बदल चुका है.”
'हमें यह नहीं भूलना चाहिए अभी भी लोग बंधक हैं', बोले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टारमर
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने एक बयान में कहा, “आज तीन बंधकों की रिहाई उनके और उनके परिवारों के लिए महीनों की पीड़ा के बाद इस खबर का इंतजार था. इनमें ब्रिटिश नागरिक एमिली डामारी भी शामिल हैं, जो अब अपने परिवार से मिल सकेंगी, जिसमें उनकी मां अमांडा भी शामिल हैं, जिन्होंने अपनी बेटी को घर वापस लाने के लिए अपनी अथक लड़ाई कभी नहीं रोकी है.”
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, आज उन लोगों के लिए भी पीड़ा का दिन है जो अभी तक घर नहीं पहुंच पाए हैं. इसलिए, जबकि इस युद्धविराम समझौते का स्वागत किया जाना चाहिए, हमें उन लोगों के बारे में नहीं भूलना चाहिए जो हमास के अधीन कैद में हैं."
Source: IOCL





















