इजरायली सेना के जवान को थप्पड़ मारने वाली लड़की रिहा, सजा पूरी होने से तीन हफ्ते पहले छूटी
अहद तमीमी ने पिछले साल दिसबंर में दो इज़राइली सैनिकों को थप्पड़ मारा था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था.

येरूशलम: 8 महीने पहले इजराइली सैनिकों को थप्पड़ मारने वाली 17 साल की अहद तमीमी और उसकी मां को जेल से छोड़ दिया गया. दोनों के जेल से वापस आते वक्त वहां के लोगों ने हम आजादी में जिएंगे के नारे लगाए. दरअसल अहद तमीमी ने पिछले साल दिसबंर में दो इज़राइली सैनिकों को थप्पड़ मारा था. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था. तमीमी और उसकी मां को इजरायल की पुलिस ने गॉर्डन में सेना के जवानों को थप्पड़ मारने के जुर्म में आठ महीने कैद की सजा पिछले साल दिसम्बर में सुनाई थी. सजा पूरी होने से तीन हफ्ते पहले ही दोनों को प्रशासन ने छोड़ दिया है. ऐसा वहां की जेलों के कैदियों से भरे रहने के कारण किया गया है.
इस घटना को फिलिस्तीनी शासन ने तमीमी के अपनी देश की सेना के खिलाफ आवाज उठाने के तौर पर पेश किया था. फिलीस्तीन के राष्ट्रपति ने तमीमी की तारीफ भी की थी. वहीं इजरायली लोगों का मानना है कि तमीमी को उसके सामाजिक कार्यकर्ता मां-बाप इस्तेमाल कर रहे हैं.
अहद और उनकी मां का स्वागत करने के लिए था समर्थकों का हुजूम इससे पहले अहद तमीमी और उसकी मां नरिमन जब जेल से छूटकर अपने गांव नबी सालेह पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए वहां समर्थकों का हुजूम और पत्रकारों की भीड़ खड़ी थी. जेल से छूटी तमीमी कहती हैं कि जेल की सभी महिला कैदी मजबूत हैं और हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक सभी को छोड़ नहीं दिया जाता. वो उन तमाम लोगों का शुक्रिया अदा करती हैं, जिन्होंने इस लड़ाई में उनका और सभी कैदियों साथ दिया.
जेल से आने के बाद सैनिक विद्रोह में मारे गए लोगों से मुलाकात की जेल से वापस आने के बाद उन्होंने जून महीने में सैनिक विद्रोह में मारे गए लोगों से मुलाकात की. इजरायली प्रशासन ने इस मसले पर मीडिया को नजरंदाज करने की भरपूर कोशिश की. तमीमी और उसकी मां रविवार सुबह इजराइल की शैरॉन जेल से छूटी हैं और वो वेस्ट बैंक के अधिकृत क्षेत्र में आई हैं. तमीमी को जिस रास्ते से लाया जा रहा था उसे ऐन वक्त पर तीन बार बदला गया. बाद में जाकर यह तय हुआ कि उन्हें रेंटिस एरिया के रास्ते से उन्हें लाया जाएगा. यह एरिया जेल से एक घंटे की दूरी पर है.
चैक पोस्ट पर उनसे मिलने वाले और परिवार के लोग खड़े थे, पर सेना के जवानों ने उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया. तमीमी के चैक पोस्ट पहुंचने से पहले वहां कुछ देर के लिए अफरातफरी भी मच गई जब कुछ लोग फिलिस्तीन का झंडा लहराने लगे. हालांकि, घटना को बढ़ने से पहले रोक लिया गया. इससे पहले पुलिस ने दो इटालियन और एक फिलिस्तीन के उपद्रवी को इजराइल से लगते वेस्ट बैंक की दीवार पर तमीमी की फोटो पेंट करने के जुर्म में गिरफ्तार किया था.
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने तमीमी को जेल भेजे जाने की घटना की निंदा की थी. ह्यूमन राइट वाच के उमर शाकिर ने ट्वीट कर कहा कि एक बच्ची को आठ महीने के लिए जेल भेज देना इजरायल की सरकार के भेदभाव वाले रवैये और कानून व्यवस्था की कमी को दिखाता है. उन्होंने कहा कि तमीमी को तो अब छोड़ दिया गया है पर फिलिस्तीन के सैकड़ों बच्चे अभी भी इजरायल की जेलों में बंद हैं.
इस मामले में कब क्या हुआ सैनिक को थप्पड़ मारने की घटना के चार दिन बाद 19 दिसंबर को तमीमी को गिरफ्तार किया गया. उस समय उसकी उम्र महज 16 साल थी. उसके साथ उसकी मां को भी गिरफ्तार किया गया था. उसकी एक बहन नूर को भी गिरफ्तार किया गया था, पर उसे मार्च महीने में छोड़ दिया गया था.
इजरायली सेना का कहना था कि उस दिन वह जवान एरिया में फिलिस्तीनी पत्थरबाजों पर काबू पाने के लिए गया था. वीडियो में दिखाया गया है मां और बेटी सेना के पास जाती हैं और उन्हें यहां से जाने के लिए बोलती हैं. उसके बाद दोनों मिलकर उसे थप्पड़ मारती हैं. गन के साथ खड़े सेना के जवान ने जवाब में उन दोनों पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की. इजरायल में सेना के साथ लोगों की तकरार अमरीकी राष्ट्रपति के जेरूशलम को इजरायल की राजधानी माने जाने के बाद से शुरू हुई है.
Source: IOCL























