(Source: ABPLIVE पत्रकारों का Exit Poll)
Kamala Harris attack On Trump: 'मैंने कभी इतना दर्द महसूस नहीं किया...' कमला हैरिस ने ट्रंप पर निकाला गुस्सा, पागल तक कह डाला
अमेरिका की पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने लॉस एंजिल्स में अपनी नई किताब ‘107 डेज़’ के प्रचार के दौरान ट्रंप प्रशासन पर तीखा हमला किया. उन्होंने राजनीतिक माहौल को पागलपन की हद करार दिया है.

अमेरिका की पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने एक बार फिर अपने पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी नीतियों पर तीखा हमला किया है. लॉस एंजिल्स के गेटी सेंटर (Getty Center) में आयोजित 'ए डे ऑफ अनरीजनेबल कन्वर्सेशन' सम्मेलन के दौरान हैरिस ने ट्रंप सरकार को पागलपन की मिसाल बताया और इस दौरान उन्होंने अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया. यह कार्यक्रम उनकी नई आत्मकथा 107 डेज के प्रचार का हिस्सा था. ये एक ऐसी किताब, जिसमें उन्होंने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार और उसके बाद के भावनात्मक संघर्षों को साझा किया है.
हैरिस ने अपने भाषण में कहा कि यह दौर केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक मोड़ है. उन्होंने कलाकारों और लेखकों से कहा कि वे इस दौर की भावनाओं को अपने काम में दिखाने की कोशिश करें. हम इस समय इतिहास रच रहे हैं. आप कहानीकार सिर्फ दर्शक नहीं हैं. आप इस कहानी के भीतर हैं. जो कुछ हम महसूस कर रहे हैं, उसे अपने पात्रों और शब्दों में ढालिए. उन्होंने कहा कि आज का अमेरिका भ्रम और असंतुलन के दौर से गुजर रहा है, जहां बहुत से लोग खुद को खोया हुआ महसूस कर रहे हैं. लोग सोचते हैं कि वे पागल हो गए हैं, जबकि असल में पागल वे नहीं, बल्कि वे लोग हैं जो सत्ता में हैं. इस टिप्पणी के बाद उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कुछ अपशब्दों का प्रयोग किया, जिस पर पूरा सभागार हंसी और तालियों से गूंज उठा.
आत्मकथा 107 डेज
कमला हैरिस की आत्मकथा ‘107 Days’ उनके 2024 के चुनावी अभियान और ट्रंप से मिली हार की कहानी बयान करती है. इस किताब में उन्होंने चुनाव की रात को याद करते हुए लिखा है कि वह शब्दहीन और सदमे में थीं. मैं बार-बार सिर्फ यही कह रही थी हे भगवान, हे भगवान. मैंने कभी इतना दर्द महसूस नहीं किया, सिवाय उस पल के जब मेरी मां का निधन हुआ था. हैरिस ने बताया कि चुनाव परिणाम केवल उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए सामूहिक शोक का पल था. उनके मुताबिक, यह वह समय था जब अमेरिका ने एक ऐसे नेतृत्व को चुना, जो समाज को विभाजित कर रहा था और संस्थाओं को कमजोर कर रहा था.
ट्रंप पर गंभीर आरोप
हैरिस ने अपने भाषण में ट्रंप पर सत्ता के दुरुपयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ट्रंप का प्रशासन केवल अमीरों और कॉर्पोरेट हितों के लिए काम कर रहा है. हम एक ऐसे राष्ट्रपति को देख रहे हैं, जो खुद की और अपने दोस्तों की तिजोरियां भर रहा है. वह मेहनतकश वर्ग पर टैक्स बढ़ा रहा है, SNAP और मेडिकेड जैसी सामाजिक योजनाओं में कटौती कर रहा है. विज्ञान को नजरअंदाज कर रहा है और सेना को सड़कों पर उतार रहा है. हैरिस ने यह भी कहा कि ट्रंप सरकार ने कैंसर अनुसंधान, पर्यावरण नीतियों और जलवायु सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों की अनदेखी की है. यह सरकार विज्ञान को नहीं मानती और जब कोई देश विज्ञान को नकारता है तो वह अपने भविष्य से मुंह मोड़ लेता है.
Source: IOCL
























