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'विरोध प्रदर्शन को दबाना कमजोरी का संकेत'... चीन पर भड़के अमेरिकी विदेश मंत्री, शी जिनपिंग को दी यह सलाह
America के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि चीन को कोविड से निपटने के लिए आगे का रास्ता निकालना होगा, एक ऐसा तरीका जो हेल्थ की जरूरतों को पूरा करता है, लेकिन लोगों की जरूरतों को भी पूरा करता है.
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China Zero Covid Policy: चीन में बीते हफ्ते जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ नागरिकों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. कई शहरों में स्थिति बेकाबू दिखाई दी और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैकड़ों लोग गिरफ्तार भी किए गए. विरोध की आवाज को कथित रूप से दबाने के लिए चीन को कई देशों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. अमेरिका ने एक बार फिर इसके लिए चीन को लताड़ा. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी (Antony Blinken) ने बुधवार (30 नवंबर) को कहा कि लॉकडाउन के विरोध के खिलाफ चीन की "दमनकारी" कार्रवाई ने कम्युनिस्ट नेतृत्व की 'कमजोरी' को दिखाया है.
एंटनी ब्लिंकन ने एनबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, सभी देशों के लोगों को शांतिपूर्ण विरोध के माध्यम से "अपनी हताशा को उजागर करने" का अधिकार है. रोमानिया में नाटो की बैठकों में शामिल ब्लिंकन ने कहा, "किसी भी देश में जहां हम ऐसा होते देखते हैं और फिर जब हम यह देखते हैं कि वहां की सरकार इसे रोकने के लिए दमनकारी कार्रवाई करती है, तो यह ताकत का संकेत नहीं है... यह कमजोरी का संकेत है."
अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम होने के बीच ब्लिंकन, जो अगले साल चीन की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, उन्होंने इस बात पर विचार करने से इनकार कर दिया कि क्या विरोध प्रदर्शन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की व्यक्तिगत स्थिति को प्रभावित किया है.
'हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे'
ब्लिंकन ने आगे कहा, चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के कारण प्रदर्शन शुरू हुए और हम ऐसा कुछ बिल्कुल नहीं करना चाहेंगे. हमारी कोशिश है कि कोविड वैक्सीनेशन, टेस्ट और इलाज पर ज्यादा ध्यान दिया जाए. ब्लिंकन ने कहा, "चीन को कोविड से निपटने के लिए आगे का रास्ता निकालना होगा, एक ऐसा तरीका जो स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करता है, लेकिन लोगों की जरूरतों को भी पूरा करता है."
जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन
चीन में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा होने के बाद सरकार ने कई प्रांतों में सख्त कोविड प्रतिबंधों को लागू किया. बीते हफ्ते चीन के उरुमकी में एक हादसा भी हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के लिए नागरिकों ने सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया और देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.
चीन में बीते शुक्रवार, शनिवार और रविवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. शंघाई, बीजिंग, वुहान और शिनजियांग में विरोध प्रदर्शन आग की तरह फैल लगा. लाखों लोग सड़क पर थे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. चीनी नागरिकों ने शी जिनपिंग से पद छोड़ने की मांग भी की. प्रदर्शन कई जगह हिंसक भी हुए और पुलिस के साथ झड़प की खबरें भी आईं. वहीं सोमवार के बाद सरकार ने कई प्रांतों में कोविड प्रतिबंधों में ढील देने की घोषणा की.
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