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उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में जाने के दिए संकेत, कहा- यदुवंशियों के दूध, कुशवहियों के चावल से बनेगी खीर
उन्होंने कल कहा कि यदुवंशियों (यादवों) का दूध और कुशवंशियों (कुशवाहा समाज जिससे उपेंद्र कुशवाहा आते हैं) का चावल मिल जाए तो खीर बढ़िया होगी.

नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कल पटना में एक कार्यक्रम में महागठबंधन में शामिल होने के संकेत दे दिए हैं. उन्होंने कल कहा कि यदुवंशियों (यादवों) का दूध और कुशवंशियों (कुशवाहा समाज जिससे उपेंद्र कुशवाहा आते हैं) का चावल मिल जाए तो खीर बढ़िया होगी. और इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनने से कोई रोक नहीं सकता है. उनके इस तरह 2019 चुनाव के लिए महागठबंधन में जाने के संकेत देने से बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हालांकि आरएलएसपी के नेशनल जनरल सेक्रेट्री माधव आनंद ट्वीट किया कि महागठबंधन में शामिल होने की ख़बरें सिर्फ बेवजह के कयास हैं. रालोसपा एनडीए का हिस्सा हैं और हमलोग अपनी पूरी शक्ति के साथ आगमी लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेंगे. यादव परंपरागत तौर पर पशुपालन के लिए जाने जाते हैं और कुशवाहा समाज कृषि से ताल्लुक रखता हैं लिहाजा दोनों के संयोग से जिस सियासी खीर बनाने की बात हो रही है वो आने वाले चुनावों के लिए उपेंद्र कुशवाहा के रुख को साफ कर रहा है. पिछले काफी समय से उपेंद्र कुशवाहा अपने बयानों से बीजेपी विरोधी बातें करते आ रहे हैं और उनके बारे में कहा जा रहा है कि वो 2019 के लिए महागठबंधन में जाने के लिए माहौल बना रहे हैं. दरअसल ये सारी बातें इसलिए उठ रही हैं क्योंकि जेडीयू के एनडीए में शामिल होने के बाद 2019 चुनावों के लिए बीजेपी, आरएलएसपी और एलजेपी (रामविलास पासवान की पार्टी) के बीचे सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है और इसी के चलते गाहे-बगाहे उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में जाने के संकेत देते रहते हैं. उपेंद्र कुशवाहा बताए जा रहे हैं नाराज फिलहाल कुशवाहा एनडीए के सदस्य हैं और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री हैं. वो पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह चुके हैं और इसके अलावा ऐसे कई मौके आए जब तेजस्वी यादव ने उन्हें महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया है. 10 जून को उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का औपचारिक न्यौता देते हुए ट्वीट भी किए थे जिसमें उनकी तारीफ की थी और उन्हें जल्द इस बारे में फैसला करने के लिए कहा था. हालांकि बाद में खबर आई थी कि उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी के इस ऑफर को ठुकरा दिया था. यहां से शुरू हुआ था मामला दरअसल 7 जून को एनडीए की तरफ से दिए गए महाभोज में केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कुशवाहा नीतीश कुमार और बीजेपी से नाराज़ चल रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा की सलाह- कुर्सी छोड़ दें नीतीश, सुशील मोदी ने बयान पर जताई असहमति मोदी के मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को तेजस्वी का औपचारिक ऑफर, 'आइए महागठबंधन में शामिल हो जाइए' बिहार: एनडीए में विद्रोह, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को अब नीतीश कुमार मंजूर नहीं
उधर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इन्हीं संकेतों को और आगे बढ़ाते हुए एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि खीर एक अच्छा व्यंजन है.Yaduvanshi(Yadavs) ka doodh aur Kushvanshi(Koeri community) ka chawal mil jaye to kheer badhiya hogi. Aur us swadisht vyanjan ko ban ne se koi rok nahi sakta hai: Upendra Kushwaha,Union Minister and Rashtriya Lok Samta Party Chief in Patna (25.8.18) pic.twitter.com/QhuEScEpwi
— ANI (@ANI) August 26, 2018
हालांकि आरएलएसपी के नेशनल जनरल सेक्रेट्री माधव आनंद ट्वीट किया कि महागठबंधन में शामिल होने की ख़बरें सिर्फ बेवजह के कयास हैं. रालोसपा एनडीए का हिस्सा हैं और हमलोग अपनी पूरी शक्ति के साथ आगमी लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेंगे. यादव परंपरागत तौर पर पशुपालन के लिए जाने जाते हैं और कुशवाहा समाज कृषि से ताल्लुक रखता हैं लिहाजा दोनों के संयोग से जिस सियासी खीर बनाने की बात हो रही है वो आने वाले चुनावों के लिए उपेंद्र कुशवाहा के रुख को साफ कर रहा है. पिछले काफी समय से उपेंद्र कुशवाहा अपने बयानों से बीजेपी विरोधी बातें करते आ रहे हैं और उनके बारे में कहा जा रहा है कि वो 2019 के लिए महागठबंधन में जाने के लिए माहौल बना रहे हैं. दरअसल ये सारी बातें इसलिए उठ रही हैं क्योंकि जेडीयू के एनडीए में शामिल होने के बाद 2019 चुनावों के लिए बीजेपी, आरएलएसपी और एलजेपी (रामविलास पासवान की पार्टी) के बीचे सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है और इसी के चलते गाहे-बगाहे उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में जाने के संकेत देते रहते हैं. उपेंद्र कुशवाहा बताए जा रहे हैं नाराज फिलहाल कुशवाहा एनडीए के सदस्य हैं और केंद्र सरकार में राज्यमंत्री हैं. वो पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह चुके हैं और इसके अलावा ऐसे कई मौके आए जब तेजस्वी यादव ने उन्हें महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया है. 10 जून को उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का औपचारिक न्यौता देते हुए ट्वीट भी किए थे जिसमें उनकी तारीफ की थी और उन्हें जल्द इस बारे में फैसला करने के लिए कहा था. हालांकि बाद में खबर आई थी कि उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी के इस ऑफर को ठुकरा दिया था. यहां से शुरू हुआ था मामला दरअसल 7 जून को एनडीए की तरफ से दिए गए महाभोज में केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कुशवाहा नीतीश कुमार और बीजेपी से नाराज़ चल रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा की सलाह- कुर्सी छोड़ दें नीतीश, सुशील मोदी ने बयान पर जताई असहमति मोदी के मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को तेजस्वी का औपचारिक ऑफर, 'आइए महागठबंधन में शामिल हो जाइए' बिहार: एनडीए में विद्रोह, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को अब नीतीश कुमार मंजूर नहीं हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
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