यूपी: CAA पर भ्रम दूर करने के लिए मोर्चा संभालेंगे योगी के मंत्री, लोगों से करेंगे मुलाकात
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है. इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन भारत के कानून को नकारने जैसा है.

लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर पूरे प्रदेश में मचे घमासान के बीच भ्रम और अफवाहों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया है. मुख्यमंत्री योगी ने मंत्रियों को क्षेत्रों के दौरे और नोडल जिले में भ्रमण के दौरान लोगों को सीएए के विभिन्न पहलुओं को प्रमुख रूप से बताने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, "विपक्ष बदले की राजनीति कर रहा है, अफवाह फैला रहा है, जिससे राज्य का माहौल खराब हो रहा है. सभी मंत्रियों को इससे चौकन्ना रहना होगा व वे जिस जिले के प्रभारी हैं वहां पर लोगों को जागरूक करना होगा. वे जिले में जाएं और वहां लोगों से मिलें, पार्टी के प्रमुख लोगों से नियमित संवाद करें, सादगी और सतर्कता बनाए रखें."
योगी ने कहा कि 'हमारे सामने चुनौतियां बड़ी हैं इसलिए भ्रमण और मीटिंग के दौरान सतर्कता बहुत जरूरी है.'
मुख्यमंत्री ने कहा, "कुछ लोग इस कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं और लोगों को भड़का रहे हैं इसलिए मंत्री होने के नाते जिलों में दौरों पर इस मुद्दे पर सही तथ्य जनता को बताएं. अधिकारियों को भी लोगों को समझाने की जिम्मेदारी सौपें."
हिंसा में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हैं
उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ भड़की हिंसा में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़ फोड़ की और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया. इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपना लिया है. योगी ने ट्वीट कर कहा, ''नागरिकता कानून के मुद्दे पर गुमराह करके लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित करना देशद्रोही कृत्य है. उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है. उपद्रवियों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को जो भी नुकसान पहुंचाया है, हम उसकी वसूली उन उपद्रवियों की संपत्ति नीलाम करके करेंगें.''
पूरे यूपी में लगभग 400 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. अकेले लखनऊ में 218 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इसके अलावा प्रदेश के अलग अलग ज़िलों में मिलाकर कई लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
यूपी के कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में अभूतपूर्व कार्रवाई करते हुए इंटरनेट सेवा अस्थाई तौर पर बंद कर दी गयी है. आदेश के बाद लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मऊ, आजमगढ़ और सुल्तानपुर समेत कई बड़े शहरों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गयी है. लखनऊ और गाजियाबाद समेत कुछ शहरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है.
CAA Protest: सीएम योगी ने कहा- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी
यूपी: नागरिकता कानून के खिलाफ हुई हिंसा में अभी तक 11 की मौत, 160 से अधिक गिरफ्तार
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Source: IOCL





















