साध्वी प्रज्ञा का एक और विवादित बयान, कहा- 'बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने पर अफसोस नहीं, गर्व होता है'
चुनाव आयोग ने साध्वी के बाबरी मस्जिद गिराने वाले बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है. आयोग ने नोटिस जारी करके साध्वी से सफाई मांगी है.

नई दिल्ली: साध्वी प्रज्ञा की मुश्किलें कम होती नजर नही आ रही है. शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए गए विवादित बयान पर नोटिस मिलने के बाद साध्वी को अब अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराने में शामिल होने के दावे वाले बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है. विवादित ढांचा गिराने के सवाल पर साध्वी ने कहा, '' मैं गई थी, ढांचा तोड़ा था और अब भव्य राम मंदिर बनाने भी जाऊंगी. कोई मुझे राम मंदिर बनाने से नहीं रोक सकता. भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने पर उन्हें अफसोस नहीं, बल्कि गर्व होता है.''
भोपाल जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाड़े की ओर से प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में एक टीवी चैनल को प्रज्ञा द्वारा दिए वक्तव्य का जिक्र किया गया है. प्रज्ञा ने बयान में कहा, "राम मंदिर हम बनाएंगे एवं भव्य बनाएंगे, हम तोड़ने गए थे ढांचा, मैने चढ़कर तोड़ा था ढांचा, इस पर मुझे भयंकर गर्व है, मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी, हमने देश का कलंक मिटाया है." चुनाव आयोग ने साध्वी के बाबरी मस्जिद गिराने वाले बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है. लिहाजा इस पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक दिन के भीतर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण न दिए जाने पर एक पक्षीय कार्यवाही की बात कही गई है. प्रज्ञा ठाकुर ने शनिवार रात से रविवार की सुबह तक कई समाचार चैनलों को बयान दिया, जिसमें उन्होंने विवादित ढांचे को गिराए जाने को लेकर अपनी बात कही और ढांचे को गिराए जाने पर गर्व जाहिर किया. ठाकुर ने एक अन्य चैनल से रविवार को कहा, "बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने का अफसोस नहीं है, ढांचा गिराने पर तो हम गर्व करते हैं. हमारे प्रभु रामजी के मंदिर पर अपषिष्ट पदार्थ थे, उनको हमने हटा दिया." प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, "हम गर्व करते हैं, इस पर हमारा स्वाभिमान जागा है, प्रभु राम जी का भव्य मंदिर भी बनाएंगे. ढांचा तोड़कर हिंदुओं के स्वाभिमान को जागृत किया है. वहां भव्य मंदिर बनाकर भगवान की आराधना करेंगे, आनंद पाएंगे.साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान से न केवल पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ाई है बल्कि खुद के लिए भी मुसीबत को न्योता दिया है. चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करके साध्वी से सफाई मांगी है. बता दें कि उनके द्वारा आतंकी हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए बयान पर पहले ही अनेक संगठन और पार्टियां लगातार ऐतराज जता रही हैं. हालांकि उन्होंने मांफी मांगते हुए अपना बयान वापस ले लिया है.
17 अप्रैल 2019 को साध्वी प्रज्ञा ने बीजेपी ज्वॉइन की है और पार्टी ने उन्हें भोपाल से उन्हें बीजेपी का उम्मीदवार घोषित किया है. वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और विश्व हिंदू परिषद की महिला विंग या दुर्गा वाहिनी के साथ जुड़ी रही हैं.
क्या कहा था साध्वी प्रज्ञा ने
भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिया था. प्रज्ञा ने मुंबई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख दिवंगत हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने करकरे से कहा था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा. बता दें कि गुरुवार को बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को अपना कैंडिडेट बनाते हुए दिग्विजय सिंह के खिलाफ उतारा है.
क्या है पूरा मामला?
प्रज्ञा मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं. इस मामले की जांच करकरे के नेतृत्व में हुई थी. गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई स्थानों पर हमले किए थे. उसी दौरान करकरे और मुंबई पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी शहीद हुए थे. शहीद हेमंत करकरे मालेगांव ब्लास्ट मामले की जांच कर रहे थे, जिसकी आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर हैं. मालेगाव ब्लास्ट मामले में साध्वी प्रज्ञा 9 साल जेल में रही, इसी दौरान हेमंत करकरे ने उनसे पूछताछ की थी.
मध्यप्रदेश चुनाव आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए साध्वी को नोटिस जारी किया है. जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने नोटिस जारी करके साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आचार संहिता के तहत एक दिन के भीतर हेमंत करकरे पर उनकी टिप्पणी के लिए स्पष्टीकरण देने को कहा है.
भोपाल से बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
बता दें कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की 22वीं सूची जारी कर दी है जिसमें मध्य प्रदेश की चार सीटों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. बीजेपी ने भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को टिकट दिया है तो गुना से डॉ केपी यादव को टिकट दिया गया है. भोपाल में साध्वी प्रज्ञा का मुकाबला दिग्विजय सिंह से होगा. भोपाल में कांग्रेस पहले ही दिग्विजय सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. भोपाल को बीजेपी की सुरक्षित सीट भी माना जाता है, यहां पार्टी पिछले 30 सालों से चुनाव जीतती आ रही है.
गुना से बीजेपी के उम्मीदवार डॉ केपी यादव का मुकाबला कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ होगा. इसके अलावा बीजेपी ने विदिशा से रमाकांत भार्गव को टिकट दिया है और सागर से राज बहादुर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. विदिशा में मौजूदा सांसद बीजेपी की सुषमा स्वराज हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था.
मायावती बोलीं, 'यूपी अगरनरेंद्र मोदी को पीएम बना सकता है तो उन्हें उस पद से हटा भी सकता है'
लोकसभा चुनाव: बीजेपी प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य का विवादित बयान, लोगों को दी फर्जी वोट डालने की सलाह
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















