शिक्षामित्रों के प्रदर्शन पर बोले अखिलेश, कहा- बीजेपी ने शिक्षामित्रों को मरने पर मजबूर कर दिया
बता दें कि लखनऊ में बुधवार को शिक्षामित्रों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. समायोजन रद्द होने के बाद अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षामित्रों ने लखनऊ में अपने बाल मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षामित्रों ने राज्य और केंद्र सरकार पर अपनी अनदेखी करने के आरोप लगाए.

लखनऊ : लखनऊ में आज हुए शिक्षामित्रों के प्रदर्शन पर अपनी राय रखते हुए एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है, ''हमने जिन शिक्षामित्रों को शिक्षक बना कर रोजगार और शिक्षातंत्र को सशक्त करा था उन्हें भाजपा ने आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है. आंदोलन की बरसी पर महिला-पुरुष शिक्षामित्रों का केश त्यागना वस्तुत: भाजपा में विश्वास का भी त्याग है. शिक्षामित्रों के हर संघर्ष में समाजवादी साथ हैं.''
हमने जिन शिक्षामित्रों को शिक्षक बना कर रोजगार व शिक्षातंत्र को सशक्त करा था उन्हें भाजपा ने आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है. आंदोलन की बरसी पर महिला-पुरुष शिक्षामित्रों का केश त्यागना वस्तुत: भाजपा में विश्वास का भी त्याग है. शिक्षामित्रों के हर संघर्ष में समाजवादी साथ हैं। pic.twitter.com/sESX6iTNkU
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 25, 2018
बता दें कि लखनऊ में बुधवार को शिक्षामित्रों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. समायोजन रद्द होने के बाद अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षामित्रों ने लखनऊ में अपने बाल मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षामित्रों ने राज्य और केंद्र सरकार पर अपनी अनदेखी करने के आरोप लगाए. शिक्षामित्रों ने गोमती नगर के ईको गार्डन में प्रदर्शन किया. इस दौरान महिला शिक्षामित्रों ने भी सिर मुंडवाया. शिक्षामित्र पिछले 38 दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में शिक्षामित्र शामिल हुए.
बता दें कि ठीक 1 साल पहले 25 जुलाई को कोर्ट ने शिक्षामित्रों की नियुक्ति को अवैध करार दिया था जिसके बाद 170000 से अधिक शिक्षक सड़क पर आ गए थे. शिक्षकों ने आंदोलन किया लिहाजा सरकार ने ने आश्वासन दिया कि उनका समायोजन होगा लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी शिक्षा मित्रों की तमाम मांगे पूरी नहीं हो पाई. यही वजह है कि आज सैकड़ों की संख्या में शिक्षक राजधानी लखनऊ पहुंचे और वह तमाम शिक्षक जो इस आंदोलन के दौरान अपनी जान गवा चुके हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए मुंडन करा रहे थे.
Source: IOCL























