जम्मू पुलिस ने सुलझाई हाई प्रोफाइल मर्डर की गुत्थी, जानें क्या था पूरा मामला
जम्मू पुलिस ने इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम बनाई थी जिसकी जांच बाद मामले की सारी सच्चाई खुलकर सामने आ गई. इस मामले कई एंगल निकलकर सामने आए हैं.

जम्मू: पुलिस ने शहर के अखनूर सब-डिवीज़न में एक हाई प्रोफाइल मर्डर की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. जम्मू पुलिस के मुताबिक यह मामला इलाके में राजनीतिक और भू-माफिया पर वर्चस्व स्तापित करने के लिए किया गया था, जिसमें पुलिस को गुमराह करने की कई बार कोशिश की गयी.
जम्मू के एसएसपी श्रीधर पाटिल के मुताबिक शहर के अखनूर सब-डिवीज़न के घरोटा थाने में 25 फरवरी 2020 को यह सूचना मिली कि इस थानाक्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव बर्न के नायब सरपंच सौदागर सिंह, बाबा चंचल सिंह, राजन सिंह, नीलम सिंह समेत कुछ लोगों ने इलाके के रहने वाले के सरपंच दलबीर सिंह के घर में जाकर फायरिंग की, जिसमें दलबीर सिंह के चचेरे भाई कश्मीर सिंह मौके पर ही मारे गए जबकि दलबीर सिंह और उनकी बहन घायल हो गयी.
शुरूआती जांच में पीड़ितों के बयानों के आधार पर पुलिस ने नायब सरपंच सौदागर सिंह समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया और पूछताछ की गयी. लेकिन जांच के दौरान पुलिस के सामने कुछ ऐसी चीज़ें आयी जिसके चलते यह मामला पुलिस के लिए जटिल होता गया और इस मामले को सुलझाने के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम बनाई.
जम्मू के एसएसपी के मुताबिक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने इस मामले की दोबारा से जांच शुरू की और इस मामले के सभी गवाहों से दोबारा पूछताछ की गयी और उनके बयानों का तकनीकी और वैज्ञानिक विश्लेषण किया गया. जम्मू पुलिस के मुताबिक इस मामले में तकनीकी और वैज्ञानिक विश्लेषण करने के बाद इसे सुलझा लिया गया और इसमें पुलिस को गुमराह कर इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश का पर्दाफाश हुआ.
पुलिस के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने के लिए सरपंच दलबीर सिंह ने अपने भाई शंकर सिंह और बहन गीता देवी के साथ मिल कर साजिश रची थी. इस साजिश के तहत शंकर सिंह ने अपने मौसेरे भाई कश्मीर सिंह को फोन कर अपने घर बुलाया पर कातिलाना हमला कर के उनकी जान ली. अपने आप को बचाने के लिए इसके बाद दलबीर सिंह ने खुद को और अपनी बहन गीता देवी को भी शंकर सिंह से गोली मरवाई ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके और इसके बाद सौदागर सिंह और उनके भाइयों के खिलाफ झूठी गवाही देकर उन्हें फंसाया.
पुलिस के मुताबिक शंकर सिंह, दलबीर सिंह और गीता देवी ने सौदागर सिंह का ज़मीन के लेन देन का करीब 3 करोड़ रुपया देना था. इसके साथ ही इस हत्या में शामिल हैप्पी सिंह को दलबीर सिंह से चुनाव में हराया था. पुलिस ने इस मामले में शंकर सिंह, दलबीर सिंह, गीता देवी, हैप्पी सिंह को गिरफ्तार किया है.
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