मुंबई: ‘दो किलोमीटर से आगे न जाने’ के आदेश से जनता में कन्फ्यूजन की स्थिति, पुलिस चेकिंग से लोग परेशान
महाराष्ट्र सरकार के इस आदेश पर रिटेल व्यापारियों के संगठन और बीजेपी विधायक राम कदम ने भी सवाल उठाया है. राम कदम का कहना है कि इसकी वजह से लोगों को काम पर जाने को लेकर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मुंबई: मुंबई पुलिस के घर से 2 किलोमीटर से आगे न निकलने के फरमान से लोगों में कन्फ्यूजन पैदा हो गया है. एक तरफ सरकार ‘मिशन बिगेन अगेन’ के तहत दफ्तर और दुकाने खुलवा रही है, तो वहीं, जिनके दफ्तर और दुकाने 2 किलोमीटर के दायरे के बाहर हैं, उनके खिलाफ आते जाते वक्त कार्रवाई कर रही है.
2 किलोमीटर के दायरे से आगे गाड़ी लेकर निकलने वालों पर पुलिस की कार्रवाई से लोग परेशान हैं. जिन लोगों को अपने जरूरी कामों से आगे जाना है उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पुलिस की नाकाबंदी का शिकार हुए ऐसे ही एक शख्स प्रसाद सावंत से एबीपी न्यूज की मुलाकात हुई. प्रसाद सावंत एक डॉग लवर हैं कहीं पर भी किसी भी डॉग के बीमार होने और किसी भी डॉग को कोई दिक्कत होती है तो बहुत सारे लोग उनको कॉल करते हैं और वो उसका इलाज करने के लिए पहुच जाते हैं.
रविवार के दिन प्रसाद को एक ऐसी ही कॉल आई और वह डॉग का इलाज करने के लिए घर से निकले लेकिन पुलिस ने उनकी गाड़ी पकड़ ली. क्योकि कुत्ते को पकड़कर बैठने के लिए उनका एक और साथी गाड़ी पर बैठा था. 3 दिनों तक वह परेशान रहे, उनके पास बहुत सारे लोगों ने फोन किया और बीमार कुत्तों के इलाज के लिए उन्हें कॉल आए, लेकिन वह नहीं जा सके, क्योंकि उनकी गाड़ी पुलिस के कब्जे में थी.
पुलिस नाकाबंदी का शिकार हुए कुछ और लोग एबीपी न्यूज को मुंबई के पुलिस स्टेशनों के बाहर मिले जो अपनी गाड़ी छुड़ाने पहुचे थे. पुलिस के डर से कैमरे पर तो उन्होंने बात नही की लेकिन उन्होंने बताया कि वह अपनी दुकानों और दफ्तरों के लिए घर से निकले थे. कुछ लोगों का फील्ड वर्क था लेकिन रास्ते में चेकिंग के दौरान उनकी गाड़ी पकड़ ली गई और 2 दिन से वह पुलिस स्टेशन का चक्कर लगा रहे हैं.
उनका कहना है कि सरकार एक तरफ मुंबई में ‘मिशन बिगेन अगेन’ चला रही है लोगों को धीरे धीरे काम करने और काम पर जाने के लिए प्रेरित कर रही है दूसरी तरफ पुलिस नाकाबंदी में उन्हें रोका जा रहा है ऐसे में वह अपना रोजगार कैसे कर सकेंगे.
इस मुद्दे पर कुछ व्यापारिक संगठनों ने भी सरकार के इस फरमान पर सवाल उठाया है. रिटेल व्यापारियों के संगठन से जुड़े वीरेंद्र शाह के मुताबिक अगर पुलिस 2 किलोमीटर से आगे किसी को जाने पर रोक लगाती है तो जो व्यापारी वर्ग है वह अपने घरों से दुकानों तक कैसे पहुंच पाएगा अपने रोजगार को वह कैसे बढ़ाएगा और आगे वह धंधा कैसे कर पाएगा जबकि लॉकडाउन में उसके धंधे की कमर टूट चुकी है.
महाराष्ट्र सरकार के इस फरमान पर और लोगों की परेशानियों को देखते हुए बीजेपी विधायक राम कदम भी इस फरमान पर सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने ‘मिशन बिगेन अगेन’ के साथ मुंबई में इस तरह से चल रही नाकेबंदी और लोगों के 2 किलोमीटर से आगे जाने की पाबंदी पर विरोध जताया है.
राम कदम का कहना है कि इसकी वजह से लोगों को काम पर जाने को लेकर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. महाराष्ट्र सरकार इस फरमान पर उचित कदम उठाए, जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके, वे ‘मिशन बिगेन अगेन’ में शामिल हो सके, अपने रोजगार को आगे बढ़ा सके और अपनी जिंदगी की गाड़ी पटरी पर ला सकें. यह भी पढ़ें:
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Source: IOCL
























