अखिलेश यादव बोले- पीएम मोदी स्पष्ट करें वसुधैव कुटुम्बकम् का क्या होगा?
समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ''प्रधान जी इसका भी स्पष्टीकरण कर दें कि वसुधैव कुटुम्बकम् का क्या होगा?''

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया. अब पीएम मोदी के बयान को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इसका भी स्पष्टीकरण कर दें कि वसुधैव कुटुम्बकम् का क्या होगा? अखिलेश यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''सीएए ने हमारे संविधान में निहित समानता के अधिकार को नष्ट किया है.''
उन्होंने आगे कहा, ''NRC का प्रवासी गरीबों, आदिवासियों और यहां तक कि अच्छे होली मैन पर भी प्रभाव पड़ेगा जो बिना किसी सांसारिक सामान के हर जगह भटकते हैं. हमें उनसे धर्म का अर्थ सीखना चाहिए न कि उन लोगों से जो सत्ता की लालसा रखते हैं.''
The CAA has destroyed the right to equality enshrined in our constitution. NRC will effect the migrant poor, tribals and even our Holy men who wander everywhere without any worldly belongings. We should learn meaning of religion from them and not from those who lust for power. pic.twitter.com/Ly3HTltS0w
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 22, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करते हुए समूचे विपक्ष पर हमला किया. उन्हों कहा कि ये लोग अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है. जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कही गईं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं, इन लोगों (विपक्ष) की साजिशों के बावजूद आपका ये सेवक देश के लिए, देश की एकता के लिए, शांति और सद्भाव के लिए जो भी बन सकेगा , करेगा , उससे मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा. ’’
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और शहरी नक्सलियों द्वारा डिटेंशन सेंटर की अफवाह उड़ाई गई है और यह सरासर झूठ है. जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और एनआरसी दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























