कोलकाता: अब यादों में रह जाएगा टाला ब्रिज, 57 साल से था आवागमन का हिस्सा
कोलकाता का टाला ब्रिज अपने पीछे 57 सालों की यादों को संजोए हुए है. मगर अब ये इतिहास का हिस्सा बननेवाला है. अगले हफ्ते इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा.

कोलकाता: लोगों की यादों का हिस्सा बन चुका टाला ब्रिज अब चंद दिनों का मेहमान है. 57 साल से कोलकाता ट्रैफिक का अहम हिस्सा रहा ब्रिज अगले हफ्ते ढहा दिया जाएगा. ब्रिज पिछले कुछ सालों से खतरनाक घोषित कर दिया गया था. इस पर तीन टन से ज्यादा वजनी गाड़ियों की आवाजाही बैन थी. विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने टाला ब्रिज के लिए टेंडर जारी कर दिया है.
उम्मीद जताई जा रही है कि ब्रिज को अगले हफ्ते ध्वस्त कर दिया जाएगा. पहले 18 जनवरी को ही ब्रिज को ध्वस्त किये जाने की तैयारी थी. मगर रेलवे की तरफ से इजाजत मिलने का इंतजार है. क्योंकि इसके नीचे रेलवे को क्रॉसिंग बनानी है. उम्मीद है रेलवे की तरफ से जल्द ही इजाजत मिल जाएगी.
57 साल से लोगों की यादों में था ब्रिज
उत्तरी कोलकाता में टाला ब्रिज आने जाने का प्रमुख साधन है. 57 साल से लोग अपने इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों से इसकी जर्जर हालत हो चुकी थी. विशेषज्ञों ने जर्जर हालत को देखते हुए ध्वस्त करने की सिफारिश की थी. पिछले साल के अक्तूबर महीने में मुंबई की निजी संस्था और कंसल्टेंसी फर्म राइट्स ने ब्रिज का मुआयना किया था. राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने इसकी जर्जर हालत देख ब्रिज को खतरनाक घोषित कर दिया था. उन्होंने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए ध्वस्त कर इसके बदले एक नया ब्रिज बनाने की सिफारिश की.
सूत्रों के मुताबिक, जिस कंपनी को ब्रिज निर्माण का ठेका मिलेगा, उसे नये ब्रिज की देखभाल 10 सालों तक करनी होगी. नये ब्रिज पर फोर लेन बनाया जाएगा. इसके निर्माण में 268 करोड़ का खर्च आएगा. जिस कंपनी को टेंडर मिलेगा उसे एक साल मेें पूरा करना होगा.
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