Vande Bharat Sleeper Trains: जल्द वंदे भारत में भी होंगे स्लीपर कोच, ट्रेन की रफ्तार होगी राजधानी से भी तेज, जानें कब होगी लॉन्च
Vande Bharat Sleeper Trains: स्लीपर वंदे भारत ट्रेन रात भर की यात्रा वाले मार्गों पर चलेगी. ये दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा में से किसी एक पर सबसे पहले चलाई जाएगी. 2025 में इसकी शुरुआत की संभावना है.
Vande Bharat Sleeper: फूल AC और तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत ट्रेन अब आम लोगों के लिए भी सुगम होने जा रही है. भारतीय रेलवे जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस का स्लीपर वर्जन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है. इसकी खूबी ये है कि यह ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में अधिक रफ्तार से चलेगी. रेलवे के अधिकारियों की मानें तो वंदे भारत स्लीपर कोच का पहला प्रोटोटाइप मार्च तक तैयार होने की उम्मीद है. अधिकारियों ने कहा कि इसका ट्रायल अप्रैल में किया जाएगा और ट्रेन को 2025 के अंत तक चालू किया जाएगा.
दिल्ली-मुंबई या दिल्ली-हावड़ा रूट पर होगी शुरुआत
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है कि चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में डिजाइन की जा रही वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें यात्रा के समय में दो घंटे की कटौती करेंगी. एक अधिकारी ने बताया है कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेन रात भर की यात्रा वाले मार्गों पर संचालित होगी. दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा में से किसी एक पर सबसे पहले इसे चलाया जा सकता है.
इन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी ट्रेन
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, "हम लोगों को उनके ऑफिस में समय बिताने के बाद ट्रेन की यात्रा को आरामदायक बनाने की योजना बना रहे हैं." उन्होंने कहा, ''इस ट्रेन में 16 कोच होंगे. इसमें 3 टियर, 2 टियर और 1AC के कोच शामिल होंगे. ICF और बेंगलुरु स्थित भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) फैक्ट्री नए स्लीपर कोच का निर्माण कर रही है.'' उन्होंने आगे कहा, “बर्थ, एयर डक्ट, केबल डक्ट, वॉशरूम के डिजाइन पर काम किया जा रहा है. वर्तमान में बीईएमएल आईसीएफ के लिए ऐसी दस ट्रेनों का निर्माण कर रहा है.”
क्या है वंदे भारत की खूबियां
आपको बता दें कि वंदे भारत के कोच स्टेनलेस स्टील के बने हैं. इसलिए ये हल्के और मजबूत हैं. इसकी अधिकतम रफ्तार 160 से 200 किलोमीटर प्रतिघंटा तक जा सकती है. कोच में ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं, जो मेट्रो के दरवाजे की तरह खुलते हैं. यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेन के रुकने पर ही दरवाजे खुलते हैं. फिलहाल वंदे भारत के कोच वतानुकुलित हैं.
इनमें ऑनबोर्ड वाईफाई, प्रत्येक सीट के पास मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए चार्जिंग पॉइंट्स दिए गए हैं. इसमें जीपीएस प्रणाली लगी है, जिससे आने वाले स्टेशन और अन्य सूचनाओं की जानकारी यात्रियों को मिलती है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले ही कहा है कि वंदे भारत स्लीपर, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें यात्रियों के अनुभव को बदल रही हैं.
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