पत्थर फेंके, वाहन फूंके और आग लगाने की कोशिश की, हल्द्वानी में चश्मदीदों ने सुनाई हिंसा की दास्तां
Uttarakhand Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया. हिंसा में घायल हुए एक नगर निगम कर्मी ने बताया कि भीड़ ने निगम के वाहनों को भी फूंक दिया.

Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार (8 फरवरी) को अतिक्रमण हटाने को लेकर हिंसा भड़क उठी. इस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव कर दिया. हिंसा में दर्जनों पुलिस कर्मियों सहित 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए और 4 लोगों की मौत हो गई.
हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी. यह हिंसा उस समय हुई जब नगर निगम की टीम यहां अवैध तरीके से बनाई गई मस्जिद और मदरसे को हटाने के लिए पहुंची थी. हिंसक भीड़ ने जेसीबी समेत कई वाहन फूंक दिए. इस दौरान हिंसा में नगर निगम कर्मियों को भी चोटें लगीं.
नगर निगम कर्मी ने बताया आंखों देखा हाल
हिंसा में घायल हुए एक नगर निगम कर्मी ने बताया कि जब निगम की टीम वहां पहुंची तो भीड़ से किसी ने उन पर पत्थर फेंका और फिर नगर निगम की सभी गाड़ियों में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि इस घटना में निगम के सभी कर्मियों को चोट आई है, जिनका इलाजा शहर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है.
'चारों ओर से पत्थरबाजी'
इससे पहले हिंसा में घायल एक महिला पुलिसकर्मी ने आंखों देखा हाल बताया था. महिला पुलिसकर्मी ने एक चैनल से बातचीत में बताया, "पथराव हुआ तो हम एक घर में घुस गए. हम कम से कम 15-20 लोग थे, जो घर में घुसे थे. भीड़ ने आग लगाने की कोशिश की, पथराव किया, सब किया. काफी देर बाद हमारा पुलिस फोर्स आया. फिर बड़ी मुश्किल से निकल कर आए. चारों तरफ से जो पत्थर लगे. बहुत मुश्किल से निकल कर आए. बहुत कंडीशन खराब थी."
चप्पे- चप्पे पर पुलिस तैनात
प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया और दंगाईयों को दिखते ही गोली मारने का भी आदेश जारी कर दिया. साथ ही शुक्रवार को जुमे की नमाज के चलते चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई.
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Source: IOCL





















