Republic Day Parade: इस गणतंत्र दिवस पर शहीदों के परिवार को खास सम्मान, सिर्फ 8 हजार लोग, आधे घंटे देरी से शुरू होगी परेड - पूरा ब्योरा
Republic Day Parade 2022: रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में करीब 8000 दर्शक ही होंगे. पिछले साल करीब 25 हजार लोग राजपथ पर आए थे.
इस साल गणतंत्र दिवस को देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शूरवीरों को समर्पित किया गया है. 26 जनवरी की सुबह जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पर वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे होंगे, उसी वक्त देश के अलग-अलग हिस्सों में करीब पांच हजार शहीदों के घर एनसीसी कैडेट 'शौर्य स्मृति चिन्ह' सौंप रहे होंगे. जिस पर पीएम के हस्ताक्षर होंगे. इस साल गणतंत्र दिवस का थीम है 'शहीदों को शत शत नमन'.
हजारों शहीदों के परिवार को सम्मान
देश की आजादी के बाद से लेकर अब तक अलग-अलग युद्ध और आतंकियों से लड़ते हुए करीब 25 हजार सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं. गणतंत्र दिवस समारोह की जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से मीडियाकर्मियों को बताया कि, अब तक पांच हजार शूरवीरों के परिवार वालों से संपर्क किया जा चुका है. इन सभी के घर पर एनसीसी के कैडेट एक खास 'प्लेक' सौपेंगे. ये क्रम इस साल स्वतंत्रता दिवस तक चलेगा.
इस साल परेड में स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम की बजाए रक्षा मंत्रालय ने संस्कृति मंत्रालय के साथ मिलकर 'वंदे भारतम' कार्यक्रम का आयोजन किया. ये कार्यक्रम राज्यों और जोनल स्तर पर किया गया जिसमें 3800 युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम का फिनाले राजधानी दिल्ली में हुआ और 800 कलाकारों का चयन किया गया .जिन्हें राजपथ पर नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम करने का मौका दिया जाएगा.
इस बार राजपथ पर होंगे सिर्फ 8 हजार लोग
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में करीब 8000 दर्शक ही होंगे. पिछले साल करीब 25 हजार लोग राजपथ पर आए थे. लेकिन इस बार कोविड प्रोटोकॉल के चलते संख्या बेहद कम कर दी गई है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, लोगों से अपेक्षा है कि जनता परेड को टीवी, मोबाइल पर ही ज्यादा देखें और राजपथ ना आएं. इस साल ऑटो रिक्शा ड्राइवर, सफाई कर्मचारी और कोविड वॉरियर्स को खास तौर से राजपथ की दर्शक-दीर्घा में बैठने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. इस बार पूरे राजपथ पर 10 बड़ी एलईडी लगाई जाएंगी ताकि जो लोग सलामा मंच से दूर बैठे होंगे, वो लाइव देख सकें.
आधे घंटे देरी से शुरू होगी परेड
रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मौसम को देखते हुए इस साल परेड आधे घंटे देरी से शुरू होगी ताकि फ्लाई पास्ट साफ देखा जा सके. इस साल परेड 10:30 पर शुरू होगी. हर साल 10 बजे परेड शुरू होती थी. लेकिन इस बार परेड शुरू होने से पहले केंद्रीय पुलिस बल के बैंड राजपथ पर देशभक्ति की धुन बजाएंगे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस साल सभी राज्य सरकारों से कहा गया है कि वो अपने राज्य के मार्चिंग-दस्ते और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए दूसरे राज्यों को भी आमंत्रित कर सकते हैं. ये 'एक भारत, श्रेष्ट भारत' के तहत किया गया. इसके अलावा सभी राज्यपाल और उप-राज्यपालों से कहा गया है कि 'एट-होम' कार्यक्रम में दिव्यांग, कोविड वॉरियर, ओलंपिक खिलाड़ी, वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के परिवारवालों को खास तौर से आमंत्रित करें.
'वीर गाथा' प्रोजेक्ट के विजेताओं को अलग से मिलेगा पुरस्कार
स्कूली छात्र-छात्राओं में राष्ट्रवाद और बहादुरी की अलख जगाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने इस साल एक अलग से 'गैलेंटरी-पोर्टल' शुरू किया है. इसके माध्यम से सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर 'वीर गाथा' प्रोजेक्ट शुरू किया गया. देशभर के बच्चों ने देश के वीरों पर अपनी अपनी कविता और कहानियां साझा कीं. इनमें से 25 बच्चों को विजेता घोषित किया गया है. इन विजेताओं को गणतंत्र दिवस के मौके पर पुरस्कृत किया जाना था, लेकिन कोरोना के चलते अब ये कार्यक्रम अलग होगा.