जम्मू कश्मीर मुद्दे से निपटने में पटेल सही थे, नेहरू गलत- रविशंकर प्रसाद
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करके पीएम मोदी ने एतिहासिक गलती को सुधारा है. उन्होंने अत्यंत साहस का परिचय दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे देशों ने इस फैसले की तारीफ की है.

अहमदाबाद: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि आजादी के बाद जम्मू कश्मीर मुद्दे से निपटने के रुख के मामले में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू गलत थे जबकि देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल सही थे. जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक गलती को सुधार कर अत्यंत साहस का परिचय दिया है.
रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर को लेकर सरदार पटेल सही थे और जवाहर लाल नेहरू गलत थे. यह (अनुच्छेद 370) एक ऐतिहासिक गलती थी जो (उस समय) की गई और (विशेष दर्जे को समाप्त करके) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक गलती को सुधारकर अत्यंत साहस दिखाया है.’’ वे रविशंकर प्रसाद अहमदाबाद पहुंचे थे जहां उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिनों की उपलब्धियों की जानकारी दी.
Addressed a large gathering of eminent people of Ahmedabad and spoke about the historic decision taken by PM @narendramodi and Home Minister @amitshah to abrogate Article 370. pic.twitter.com/UJr6HDW4W5
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) September 11, 2019
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने का निर्णय ऐतिहासिक, साहसी, दूरगामी और जम्मू कश्मीर के साथ ही भारत के हित में है. हमारे प्रधानमंत्री ने जो साहस दिखाया है, मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं. मैं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को उनकी रणनीतिक योजना और (निर्णय के) क्रियान्वयन के लिए भी बधाई देता हूं.’’ उन्होंने कहा कि पिछले महीने, संविधान का वह विवादित प्रावधान समाप्त किये जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में एक गोली भी नहीं चलाई गई है. उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के 14 पुलिस थानाक्षेत्रों को छोड़कर बाकी सभी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है.’’
कानून मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे प्रमुख देशों सहित पूरे विश्व ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के कदम की प्रशंसा की. उन्होंने ध्यान दिलाया कि यहां तक कि चीन ने भी इस मुद्दे पर भारत के खिलाफ खुलेआम आपत्ति नहीं दर्ज करायी है. उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि वह समझ नहीं पा रहे हैं कि इसको लेकर विपक्षी दल का क्या रुख है?
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक बड़ी रैली करने की नई घोषणा पर रविशंकर प्रसाद ने उनसे कहा कि वह पहले क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की बात करें. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहने वाले लोगों की स्थिति क्या है? क्या उन्हें लोकतांत्रिक अधिकार दिये गए हैं? क्या उनके पास रोजगार के अवसर हैं? कश्मीर के बारे में बात करने की बजाय इमरान खान और पाकिस्तान दोनों को पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों के उल्लंघन के बारे में बात करनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बारे में बात करें कि बलूचिस्तान और गिलगिट में रहने वाले लोगों के साथ क्या हो रहा है.’’
इमरान खान ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैं शुक्रवार 13 सितम्बर को मुजफ्फराबाद में एक बड़ा जलसा करने जा रहा हूं. यह विश्व को ‘आईओजेके’ में भारतीय बलों के बारे में एक संदेश देने के लिए और कश्मीरियों को यह दिखाने के लिए है कि पाकिस्तान उनके साथ खड़ा है.’’
संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का भी प्रभार संभालने वाले रविशंकर प्रसाद ने मोदी सरकार के 100 दिनों की कई अन्य उपलब्धियां भी सूचीबद्ध की जिसमें तीन तलाक को अपराध बनाना और किसी को आतंकवादी घोषित करने के लिए आतंकवाद निरोधक कानून में संशोधन शामिल है. उन्होंने पोक्सो कानून में संशोधन से संबंधित विधेयक का भी उल्लेख किया जिसमें बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के लिए मौत की सजा और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है.
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