रेप केस में फंसे केरल के विधायक राहुल ममकूटथिल पर कांग्रेस का एक्शन, पार्टी से निकाला; जानें पूरा मामला
केरल कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी के नामी चेहरे और पलक्कड़ से विधायक राहुल ममकूटथिल को पार्टी से निकाल दिया गया है. उनपर यौन शोषण के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है.

केरल के पलक्कड़ से विधायक राहुल ममकूटथिल को कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है. यह फैसला कोर्ट से उनकी अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद लिया गया है. ममकूटथिल पर यौन शोषण के कई आरोप थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. उन्हें प्राइमरी मेंबरशिप से भी हटा दिया गया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सनी जोसेफ ने एक बयान में कहा कि यह फैसला उनके खिलाफ दर्ज मामलों और उसके बाद आई उनकी शिकायतों को देखते हुए लिया है.
फैसले से पहले हाईकमान की सलाह ली गई
मीडिया में जानकारी देते हुए बताया कि इस बारे में पार्टी हाईकमान की सलाह ली गई है. बेहतर है कि वह विधायक पद छोड़ दें. कांग्रेस ने कभी उनका बचाव नहीं किया. जब मीडिया में आरोप सामने आए, तो हमने उन्हें सस्पेंड कर दिया.
दरअसल, एक हफ्ते में उनके खिलाफ दो रेप केस सामने आने के बाद और उनके खिलाफ पार्टी की तरफ से पिछले कुछ हफ्तों से सही कार्रवाई न होने को लेकर आलोचना हो रही थी. तिरुवंतपुरम की डिस्ट्रिक्ट सेशंस कोर्ट के उनकी प्री. अरेस्ट बेल अर्जी खारिज करने के बाद पार्टी ने आखिर एक्शन ले ही लिया.
क्या है पूरा मामला?
इससे पहले पिछले शुक्रवार को पुलिस की तरफ से बताया गया कि MLA राहुल ममकूटथिल पर एक महिला के साथ कथित तौर पर रेप करने और उसे अबॉर्शन के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया. तब से ही एमएलए फरार चल रहे थे. इसके बाद मंगलवार को भी एक और महिला ने 2023 में यौन शोषण का आरोप लगाया. उनपर अबतक दो मामलों में एफआईआर दर्ज की गई.
कांग्रेस की एक नेता एमए शाहनस ने आरोप लगाया कि वह किसान आंदोलन में हिस्सा लेकर दिल्ली से लौटी थीं, उसी दौरान ममकूटथिल ने उन्हें गलत मैसेज भेजे थे. इससे पहले भी वह उन्हें चेतावनी दे चुकीं थी, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे.
2023 में जीता था पलक्कड़ से उपचुनाव
ममकूटथिल सेंट्रल केरल के पठानमथिट्टा के रहने वाले हैं. उन्होंने पिछले नवंबर को पलक्कड़ सीट से कांग्रेस के बैनर तले विधानसभा का उपचुनाव जीता था. ममकूटाथिल प्रदेश में कांग्रेस के उभरते हुए चेहरों में थे. 2023 में वह यूथ कांग्रेस के स्टेट प्रेसीडेंट भी बने थे. हालांकि उनपर कई आरोप पहले भी लग चुके हैं, जिनमें वोटर लिस्ट धांधली जैसे कई आरोप शामिल हैं. वह नेता वीडी सतीशन और एमपी शफी परम्बिल के खास लोगों में से हैं.
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