राहुल गांधी ने सरकार पर कसा तंज, बोले- ‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ केंद्र सरकार की सोच
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी ‘स्टाफ-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है, ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है.’’
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर सरकार पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ इस सरकार की सोच है. राहुल गांधी ने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ मोदी सरकार की सोच - न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण.’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी ‘स्टाफ-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है, ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है.’’
मोदी सरकार की सोच - 'Minimum Govt Maximum Privatisation'
कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी ‘स्टाफ़-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है, ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है।#SpeakUp pic.twitter.com/Lu8BKjJ7bg — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2020
राहुल गांधी ने जो खबर शयर की है उसके मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने नई सरकारी नौकरियों के सृजन पर रोक लगा दी है. इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि ‘‘12 करोड़ रोजगार गायब हैं, 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब, आम नागरिक की आमदनी गायब, देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब, सवाल पूछो तो जवाब गायब.’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों, अर्थव्यवस्था, युवाओं को रोजगार और सीमा पर तनाव को लेकर लगातार मोदी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. राहुल गांधी अर्थव्यवस्था को लेकर भी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे को लेकर एक वीडियो सीरीज शूरू की. इसमें वे लगातार वीडियो जारी करके नोटबंदी करने और उसके बाद जीएसटी को गलत तरीके से लागू करने को भी अर्थव्यवस्था की खराब हालत के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
यह भी पढ़ें
देश में कोरोना का विकराल रूप, 24 घंटों में आए रिकॉर्ड 86 हजार नए मामले, अबतक 40 लाख लोग संक्रमित
चीन की सीनाजोरीः चीनी रक्षा मंत्रालय ने सीमा विवाद के लिए भारत को ठहराया जिम्मेदार
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets