आज से चिंगम महीना शुरू, पीएम मोदी ने मलयाली भाषा में मलयालम नववर्ष की दी शुभकामनाएं
मलयालम नववर्ष भारत में ज्यादातर केरल में मनाया जाता है. केरल में चिंगम महीने के पहले दिन सुबह सबसे पहले लोग पारंपरिक ड्रेस पहनकर मंदिर में दर्शन करते हैं.

नई दिल्ली: आज 17 अगस्त से चिंगम महीना शुरू हो गया है. यानी कि मलयालम सौर कैलेंडर का नया साल शुरू हो गया है. मलयालम कैलेंडर के पहले महीने का नाम चिंगम है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलयाली समुदाय के लोगों को मलयाली भाषा में मलयालम नववर्ष की शुभकामनाएं दी हैं. मलयाली से पहले पीएम ने अंग्रेजी में ट्वीट किया था.
पीएम मोदी ने मलयाली भाषा में ट्विटर पर लिखा, " शुभ चिंगम महीने की शुरुआत पर मैं सभी लोगो को खास तौर से मेरे मलयाली भाइयों और बहनों को शुभकामनाएं देता हूं. मैं आने वाले साल में सभी के लिए सफलता, अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की प्रार्थना करता हूं."
ചിങ്ങമാസം ആഗതമായ ഈ വേളയിൽ, എല്ലാവർക്കും, പ്രത്യേകിച്ച് എന്റെ മലയാളി സഹോദരങ്ങൾക്ക് ആശംസകൾ നേരുന്നു. വരുന്ന വർഷം എല്ലാവർക്കും വിജയവും നല്ല ആരോഗ്യവും സമൃദ്ധിയും കൈവരുത്തട്ടെ എന്ന് ഞാൻ പ്രാർത്ഥിക്കുന്നു.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2020
चिंगम महीने में क्या होता है खास मलयालम नववर्ष भारत में ज्यादातर केरल में मनाया जाता है. केरल में चिंगम महीने के पहले दिन सुबह सबसे पहले लोग पारंपरिक ड्रेस पहनकर मंदिर में दर्शन करते हैं. किसी नए काम की शुरुआत इस दिन से करना शुभ माना जाता है. जगह-जगह पर मेले लगते हैं. लोग नए-नए सामान की खरीददारी करते हैं. घरों में तरह-तरह पकवान बनाते हैं, घरों की सजावट करते हैं.
केरल में ये पर्व 10 दिनों तक मनाया जाता है. पौराणिक कथाओं में ये मान्यता है कि इन दिनों केरल में राजा महाबली पाताल से पृथ्वी पर अपनी प्रजा को देखने आते हैं. राजा महाबली के खुशहाल राजकाल की याद में ये पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाता है.
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Source: IOCL























