Parliament Winter Session 2024 Highlights: लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने गिनाए 11 संकल्प, जानें ये क्या हैं
Sansad LIVE: लोकसभा में शनिवार (14 दिसंबर,2024) को संविधान के गौरवशाली 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा हुई. लोकसभा में इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली.

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Sansad LIVE: लोकसभा में शनिवार (14 दिसंबर,2024) को संविधान के गौरवशाली 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा हुई. लोकसभा में इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर संविधान से ज़्यादा सत्ता को तरजीह देने का आरोप लगाया था.
इस बहस में प्रियंका गांधी का पहला भाषण भी देखने को मिला था. उन्होंने सरकार पर संविधान द्वारा दिए गए ‘सुरक्षा कवच’ को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा में शामिल हुए.
पेश हो सकते हैं दो विधेयक
सरकार “एक देश, एक चुनाव” से संबंधित दो विधेयक आगामी 16 दिसंबर को लोकसभा में पेश करेगी. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल निचले सदन में संविधान (129वां संशोधन) विधेयक और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक पेश करेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लोकसभा तथा राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की अवधारणा के क्रियान्वयन के लिए संवैधानिक संशोधन विधेयक को गत 12 दिसंबर को मंजूरी दी थी.
मंत्रिमंडल ने दो मसौदा कानूनों को मंजूरी दी है, जिसमें से एक संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने से संबंधित है, जबकि दूसरा विधेयक विधानसभाओं वाले तीन केंद्र शासित प्रदेशों के एक साथ चुनाव से जुड़ा है. संविधान संशोधन विधेयक को पारित कराने के लिए दो तिहाई बहुमत, जबकि दूसरे विधेयक के लिए सदन में सामान्य बहुमत की आवश्यकता होगी.हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के नेतृत्व वाली एक उच्चस्तरीय समिति ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों के साथ-साथ चरणबद्ध तरीके से नगर निकाय और पंचायत चुनाव कराने का भी प्रस्ताव दिया था, लेकिन मंत्रिमंडल ने फिलहाल स्थानीय निकाय चुनावों के मुद्दे से दूरी रखने का निर्णय किया है.
पीएम मोदी के 11 संकल्प
पीएम मोदी के 11 संकल्प
1. सभी नागरिक और सरकार अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें.
2. हर क्षेत्र और समाज को विकास का समान लाभ मिले, 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना बनी रहे.
3. भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए, और भ्रष्टाचारियों की सामाजिक स्वीकार्यता समाप्त हो.
4. देश के कानूनों और परंपराओं के पालन में गर्व का भाव जागृत हो.
5. गुलामी की मानसिकता से मुक्ति मिले और देश की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व किया जाए.
6. राजनीति को परिवारवाद से मुक्त कर लोकतंत्र को सशक्त बनाया जाए.
7. संविधान का सम्मान हो और राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसे हथियार न बनाया जाए.
8. जिन वर्गों को संविधान के तहत आरक्षण मिल रहा है, वह जारी रहे, लेकिन धर्म के आधार पर आरक्षण न दिया जाए.
9. महिलाओं के नेतृत्व में विकास यानी वूमेन लेड डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाए.
10. राज्य के विकास के माध्यम से राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित किया जाए.
11. 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के लक्ष्य को सर्वोपरि रखा जाए.
परिवारवाद पर पीएम ने निशाना साधा
पीएम मोदी ने लोकसभा में परिवारवाद पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "जो योग्य हैं, उन्हें मौका मिलना चाहिए. इसके लिए सभी पार्टियों को काम करना चाहिए. देश को नए सपने और संकल्प लाने वालों की जरूरत है."
Source: IOCL






















