मेंगलुरु ब्लास्ट ने उड़ाई खुफिया एजेंसियों की नींद, मोहम्मद शरीक के ISIS-अल हिंद से जुड़े तार, अब इन चीजों की हो रही पड़ताल
Karnataka Auto Rickshaw Blast: मोहम्मद शरीक को पहले भी गैरकानूनी गतिविधियां के चलते गिरफ्तार किया जा चुका है. इससे पहले एक आतंकी मामले में भी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
Mangaluru Blast: कर्नाटक के मेंगलुरु में ऑटो रिक्शा (Auto Rickshaw Blast) के अंदर हुए ब्लास्ट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शरीक की पहचान की थी. अब सुरक्षा एजेंसियों की टेंशन और ज्यादा इसलिए बढ़ा दी है क्योंकि मोहम्मद के तार इस्लामिक स्टेट (ISIS) और अल हिंद से जुड़े होने की बात सामने आई है.
इस बलास्ट को कोयंबटूर ब्लास्ट जैसा बताया जा रहा है. कोयंबटूर ब्लास्ट के दौरान कार में सिलिंडर और ऑटो के कुकर का इस्तेमाल हुआ. दोनों के लिंक आईएसआईएस से जुड़े होने की आशंका है. इतना ही नहीं कोयंबटूर ब्लास्ट में आरोपियों के लिंक श्रीलंका में हुए ईस्टर ब्लास्ट के आरोपियों से भी सामने आए थे. अब मामले में आगे की जांच की जा रही है.
सर्किट वाले कुकर का इस्तेमाल
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि यह एक आतंकी संगठन का काम है. मामले की जांच के लिए केंद्रीय खुफिया एजेंसी भी कर्नाटक में है. साथ ही ऑटो रिक्शा में सवार यात्री के पास से बैटरी, तार और सर्किट वाला कुकर बरामद हुआ है. ऐसा लगता है कि इस पूरे सर्किट को कुकर के अंदर रखने के लिए फर्श की चटाई का इस्तेमाल किया गया था.
पहले भी गिरफ्तार हो चुका है शरीक
दरअसल, शनिवार यानी 19 नवंबर 2022 को मेंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में विस्फोट हुआ था, जिसमें कर्नाटक पुलिस ने रविवार यानी 20 नवंबर को मोहम्मद शरीक की पहचान मुख्य संदिग्ध के रूप में की थी. शरीक को इससे पहले भी गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके अलावा एक और आतंकी मामले में भी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
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