MP Politics: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने नेता विपक्ष को किताब फेंककर मारी? जानें क्या है पूरा मामला
MP BJP Vs Congress: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और नेता विपक्ष गोविंद सिंह के बीच कथित किताब कांड को लेकर ठनी है. नेता विपक्ष के मुताबिक मिश्रा ने उन्हें किताब फेंककर मारी. जानें मामला.

Narottam Mishra Throws Book At Govind Singh Row: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) पर आरोप है कि उन्होंने विधानसभा में नेता विपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह (Govind Singh) पर नियमों के संचालन से जुड़ी एक किताब फेंककर मारी. यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि उन्होंने किताब फेंककर नहीं मारी है, बल्कि वह उनके हाथ से छूट गई थी. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद खेद जताया और नेता विपक्ष से माफी मांगी.
वहीं, नेता विपक्ष का कहना है कि नरोत्तम मिश्रा ने मर्यादा का उल्लंघन किया है और निम्न स्तर का काम किया है. उन्हें निलंबित किया जाए. मामले पर सियासी घमासान मचा है. विवाद कांग्रेस नेता जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) से शुरू हुआ था, जिसके चलते विधानसभा का सत्र हंगामे की भेंट चढ़ा और 13 मार्च तक के लिए कार्यवाही स्थगित की गई. आइये समझते हैं पूरा मामला क्या है.
जीतू पटवारी के बीजेपी पर आरोप से शुरू हुआ विवाद
मध्य प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. बीजेपी नीत शिवराज सिंह चौहान सरकार के इस कार्यकाल का यह आखिरी विधानसभा सत्र है. गुरुवार (2 मार्च) को कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि बीजेपी शासन में पार्टी के कार्यालय में कार्यकताओं को सरकारी खर्च पर खाना खिलाया जा रहा है. जीतू पटवारी के इस बयान पर विधानसभा में हंमामा हो गया. उन पर बयानबाजी के जरिये सदन को गुमराह करने का आरोप लगा. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग ने जीतू पटवारी से सबूत पेश करने की मांग की. इसी के साथ नरोत्तम मिश्रा ने जीतू पटवारी को सत्र से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा.
इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पटवारी से कहा कि वह अपने बयान के लिए खेद जताएं. पटवारी ने खेद जताने से मना कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष ने पटवारी को पूरे सत्र से निलंबित कर दिया. इस पर कांग्रेस पार्टी विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई. हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने 13 मार्च तक के लिए बजट सत्र की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. आरोप है कि इसी दौरान हंगामे के बीच मध्य प्रदेश के गृह मंत्री मिश्रा ने नेता विपक्ष को किताब फेंककर मारी.
नेता विपक्ष ने गृह मंत्री के लिए यह कहा
वहीं, हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने भी कथित तौर पर सदन में एक किताब और कार्यसूची फाड़ी. किताब फेंकने और किताब फाड़ने के मामले में कांग्रेस और बीजेपी में ठनी है. कांग्रेस की ओर से नरोत्तम मिश्रा को पूरे सत्र से निलंबित किए जाने की मांग की जा रही है. किताब फेंकने का आरोप लगाते हुए नेता विपक्ष गोविंद सिंह ने समाचार एजेंसी एनआई से कहा, ''मध्य प्रदेश की विधानसभा में पहली बार इतना निम्न स्तर का काम किया गया है कि नेता विपक्ष की ओर किताब फेंककर मारनी की कोशिश की गई. हमने अध्यक्ष जी से मांग की कि उन्हें निलंबित किया जाए. उन्होंने हम लोगों की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की.''
गृह मंत्री का नेता विपक्ष पर पलटवार
वहीं, प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया में कहा, ''मैंने तो बोल दिया कि मैंने फेंकी नहीं है, छूटी है, बीच में चपरासी था, मैं उसको हटाने के लिए हाथ कर रहा था. मुझसे हाथ से निकली है. उसके बावजूद भी मैंने खेद व्यक्त किया. मैंने माफी मांगी है. उन्होंने फाड़ी है, उसके लिए क्या है, उस पर तो बोलें नेता प्रतिपक्ष, उन्होंने तो फाड़कर टुकड़े-टुकड़े किए. विजुअल फुटेज देख लें.''
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Source: IOCL





















