Karnataka Mechanic Wins Rs 25-Crore: रातों रात चमकी अल्ताफ की किस्मत, बना करोड़ों का मालिक, अब बेटी का सपना करेगा पूरा
कर्नाटक के एक स्कूटर मैकेनिक की रातों-रातों किस्मत चमक गई. मांड्या निवासी अल्ताफ ने 25 करोड़ की केरल थिरुवोनम बंपर लॉटरी जीती. उसने कहा कि मैं पिछले 15 साल से टिकट खरीद रहा था और आज मैं जीत गया.
Karnataka Mechanic Wins Rs 25-Crore: कर्नाटक के मांड्या में रहने वाले एक मिस्री ने इस साल 25 करोड़ रुपये की ‘केरल थिरुवोनम बंपर लॉटरी’ जीती है. अल्ताफ ने बृहस्पतिवार (10 अक्टूबर) को वायनाड के कलपेट्टा में पीटीआई वीडियो से कहा, “मैं लगभग 15 साल से लॉटरी टिकट खरीद रहा था. आखिरकार मैं जीत गया.” वह अपने लॉटरी टिकट की फॉर्मेलिटी को पूरी करने के लिए फिलहाल वायनाड में है, उनका कहना है कि वे अपने बचपन के दोस्त से मिलने के लिए अक्सर वायनाड आते हैं. लॉटरी विजेता अल्ताफ ने बताया कि "मैं जब भी अपने दोस्त से मिलने वायनाड आता था तो लॉटरी टिकट खरीदता था".
टैक्स काटने के बाद मिले 13 करोड़
बुधवार (9 अक्टूबर) को तिरुवनंतपुरम के गोर्की भवन में आयोजित ड्रॉ में विजेता नंबर टीजी 43422 चुना गया, जिसे वायनाड के पनामारम स्थित एसजे लकी सेंटर ने बेचा था. अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल के लॉटरी टिकट में बंपर ईनाम राज्य के बाहर किसी व्यक्ति ने जीता था. यह पुरस्कार तमिलनाडु के तिरुपुर के चार संयुक्त विजेताओं को दिया गया था. लॉटरी विजेता ने बताया कि जीतने के बाद सभी टैक्स को काटकर लगभग 13 करोड़ की राशि उन्हें प्रदान की गई.
लॉटरी जीतने के बद अल्ताफ ने कही ये बड़ी बात
अल्ताफ ने बताया कि उसकी एक 18 साल की बेटी है और वो डॉक्टर बनना चाहती है. जब से अल्ताफ की लॉटरी लगी है, उसके खुशी का ठिकाना नहीं है. अल्ताफ ने बताया कि वह इन पैसों की मदद से अपनी बेटी का सपना पूरा करेगा. अल्ताफ अभी किराए के मकान में रहता है और अब वह अपने परिवार के लिए खुद का मकान खरीदकर अपने वर्षों के ख्वाब पूरा करना चाहता है.
कैसे जीता अल्ताफ ने 25 करोड़?
लॉटरी विजेता अल्ताफ ने बताया कि जब लॉटरी के टिकट की घोषणा हुई तो उसने अपने एक दोस्त से 500-500 रुपये की दो टिकटें खरीदने को कहा, लेकिन इसमें से एक टिकट अल्ताफ अपने दोस्त को देने वाला था. तभी उसकी पत्नी ने ऐसा करने से मना कर दिया.
आज उसी टिकट ने उसे रातों-रात करोड़पति बना दिया.
Ratan Tata Last Speech: रतन टाटा का हिंदी में दिया आखिरी भाषण! जिसको सुनकर पीएम मोदी भी हो गए कायल