Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आज ज्योतिरादित्य सिंधिया, संगम में लगाएंगे डुबकी, संतों से होगी मुलाकात, जानें क्या है शेड्यूल
Jyotiraditya Scindia Prayagraj Visit: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार (13 फरवरी) को प्रयागराज दौरे पर रहेंगे. वे महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेंगे संगम में स्नान और गंगा पूजन करेंगे.

Kumbh Mela 2025: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार (13 फरवरी) दोपहर 2:05 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे. उनके इस दौरे का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ मेले में भाग लेना और अलग-अलग धार्मिक एवं आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल होना है. महाकुंभ 2025 की तैयारियों के मद्देनजर उनका ये दौरा अहम माना जा रहा है.
दोपहर 3:15 बजे ज्योतिरादित्य सिंधिया अरैल घाट से मोटर बोट के जरिए त्रिवेणी संगम पहुंचेंगे. ये वह पवित्र स्थल है जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां स्नान करने से जीवन के पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. केंद्रीय मंत्री यहां विधिपूर्वक गंगा स्नान करेंगे और गंगा पूजन कर देश की समृद्धि और सुख-शांति की कामना करेंगे.
महाकुंभ पर विशेष पोस्टल स्टाम्प का विमोचन
शाम 4:30 बजे प्रयागराज में महाकुंभ 2025 पर आधारित विशेष डाक टिकट (पोस्टल स्टाम्प) जारी किया जाएगा. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया एक समारोह में शामिल होंगे, जहां वे इस ऐतिहासिक आयोजन के महत्व को रेखांकित करेंगे. ये डाक टिकट महाकुंभ के गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर और इसकी आध्यात्मिक महत्ता को दर्शाएगा. डाक विभाग की ओर से जारी ये विशेष स्टाम्प महाकुंभ की वैश्विक पहचान को और मजबूत करेगा.
धर्मगुरुओं से मुलाकात और आध्यात्मिक चर्चा
शाम 4:45 बजे सिंधिया टेंट कॉलोनी, अरैल घाट से प्रभु प्रेमी संग शिविर जाएंगे जहां वे जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से मुलाकात करेंगे. इस दौरान महाकुंभ से जुड़ी धार्मिक व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी. इस बैठक में हिंदू धर्म से जुड़े प्रमुख मुद्दों, आध्यात्मिकता और सामाजिक सुधारों पर भी बातचीत हो सकती है. जानकारी के अनुसार शाम 7:00 बजे केंद्रीय मंत्री प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. उनका यह दौरा महाकुंभ 2025 की तैयारियों के अलावा धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण साबित होगा.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























