बारिश से दहशत! 'पहले शहर की दरारों का मुआयना, फिर जोशीमठ में ही नाइट स्टे, अधिकारियों से CM ने की बात
Joshimath Sinking: जोशीमठ में देर रात लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप है कि चोरों की तरह दरकती इमारतों को तोड़ा जा रहा है.

Pushkar Singh Dhami In Joshimath: जोशीमठ में एक तरफ दरकतें घर और दूसरी तरफ सिसकते लोग उत्तराखंड की सरकार के लिए इस वक्त सबसे बड़ा संकट हैं. लोगों के विरोध के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने जोशीमठ शहर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रभावितों के लिए अंतरिम राहत की घोषणा भी की. धामी ने उन घरों का दौरा किया जिनमें हाल ही में दरारें दिखाई देने लगी हैं. यहां तक की बारिश की दहशत के बीच उन्हें पूरी रात यही गुजारनी पड़ी.
सीएम धामी ने इस दौरान साफ किया कि केवल दो होटलों को ही ध्वस्त किया जा रहा है. उन घरों को नहीं तोड़ा जा रहा है कि जो असुरक्षित के रूप में चिन्हित हैं. दरअसल, रात भर यहां लोगों का विरोध जारी रहा. प्रशासन पर चोरों की तरह घुसकर होटल तोड़ने का आरोप लगा. इसी बीच लोगों ने बद्रीनाथ की तर्ज पर मुआवजे की मांग भी उठाई. इसपर धामी ने कहा कि वह जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े हैं. प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. पीएम का पूरा समर्थन मिल रहा है.
मुआवजे को लेकर क्या बोले सीएम
मुआवजे को लेकर उठ रही मांगों के बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवारों को बाजार दर के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा, जो सभी हितधारकों को विश्वास में लेने के बाद तय किया जाएगा. 1.5 लाख रुपये की अंतरिम सहायता का भुगतान किया जाएगा और एक राहत और पुनर्वास योजना पर काम किया जा रहा है. लोगों के बीच यह गलत धारणा बन रही है कि पूरा राज्य खतरे में है. उन्होंने अपील की है कि इस तरह की धारणा न बनाई जाए.
'दो होटल दर्जनों घरों के लिए खतरा'
वहीं, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली ने कहा कि जोशीमठ में खतरे के क्षेत्र से अब तक 145 परिवारों को निकाला गया है. शहर में 700 से ज्यादा घरों को असुरक्षित घोषित किया गया है. दो होटल (सात मंजिला मलारी इन और पांच मंजिला माउंट व्यू) अनिश्चित रूप से झुके हुए हैं, जिससे एक दर्जन से अधिक घरों को खतरा है. ऐसे में उन्हें तोड़ना जरूरी है.
मीनाक्षी सुंदरम से सीएम की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने सचिव मीनाक्षी सुंदरम से भी मुलाकात की और आश्वासन दिया कि बाजार दरों के अनुसार पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा. स्थानीय लोगों ने अपना धरना जारी रखा और अधिकारियों को होटलों को गिराने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. लोगों का कहना है कि वह बद्रीनाथ की तर्ज पर मुआवजा चाहते हैं. मुख्यमंत्री के सचिव ने कहा कि यह संभव नहीं है. बाजार दर के हिसाब से मुआवजा दिया जा सकता है.
सीएम की अधिकारियों के साथ मीटिंग
आज फिर से मुख्यमंत्री धामी अधिकारियों से मामले की जानकारी ले रहे हैं. इसे लेकर वह अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं. यह मीटिंग आईटीबीपी (ITBP) के सभागार में हो रही है. इससे पहले उन्होंने जोशीमठ में अपने दिन की शुरुआत नरसिंह मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना से की. यहां उन्होंने आपदा निवारण के लिए विष्णु सहस्त्र नामावली अर्चना भी की.
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Source: IOCL





















