जम्मू: स्कूल बंद होने से पहले 'पहल' संस्था ने गरीब बच्चों में बांटे सैनिटाइज़र, इस्तेमाल का तरीका भी बताया
स्कूल की सचिव सुनीता चंद्रा के मुताबिक स्कूल बंद करने से पहले यहां पढ़ रहे करीब 35 बच्चों के लिए कोरोना वायरस को समझने और इससे बचने के तरीकों से बच्चों को अवगत करने के लिए विशेष जागरूकता क्लास लगाई गई. पहल' को 31 मार्च तक बंद करने से पहले स्कूल प्रशासन ने यहां पढ़ रहे बच्चो में न केवल सैनिटाइज़र वितरित की.

जम्मू: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के चलते प्रशासन ने जम्मू के सभी स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद करने का आदेश जारी किया है और ऐसे में जम्मू में बस्तियों में रह रहे बच्चों के स्कूल 'पहल' को भी बंद कर दिया गया है. लेकिन इस स्कूल के प्रशासन ने एक अनोखी तरकीब निकाली ताकि स्कूल में पढ़ रहे मासूम कोरोना वायरस जैसे खतरे से बचे रहें.
'पहल' को 31 मार्च तक बंद करने से पहले स्कूल प्रशासन ने यहां पढ़ रहे बच्चो में न केवल सैनिटाइज़र वितरित की, बल्कि कोरोना वायरस से बचने के लिए कब-कब और कैसे इसका इस्तेमाल करना है इसकी क्लास लगाकर बच्चों को बाकायदा यह तरीका भी सिखाया गया. इसके साथ ही यहां पढ़ रहे बच्चों को कोरोना वायरस के लक्षणों, इससे बचने और बरती जाने वाली ज़रूरी एहतियातों की जानकारी भी दी गई ताकि न केवल यह बच्चे बल्कि उनके परिवार के लोग भी इस महामारी से सुरक्षित रह सकें.
इस स्कूल की सचिव सुनीता चंद्रा के मुताबिक स्कूल बंद करने से पहले यहां पढ़ रहे करीब 35 बच्चों के लिए कोरोना वायरस को समझने और इससे बचने के तरीकों से बच्चों को अवगत करने के लिए विशेष जागरूकता क्लास लगाई गई. उनके मुताबिक यहां पढ़ाई कर रहे अधिकतर बच्चे उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से आते हैं और यह बच्चे बहुत ही गरीब परिवारों से आते हैं. ऐसे में कोरोना जैसे खतरनाक और जानलेवा वायरस से बचने के लिए इन बच्चों को जागरूक करवाना बहुत ज़रूरी था.
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