इंडिगो संकट: आठवें दिन भी रद्द हुईं सैकड़ों उड़ानें, DGCA ने दिया सख़्त आदेश- 'शेड्यूल 5% कम करो'
Indigo Flight Crisis: राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि यह स्थिति इंडिगो की आंतरिक संचालन प्रणाली, खासकर क्रू रोस्टरिंग सिस्टम और प्लानिंग में खामी की वजह से हुई है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन संकट लगातार आठवें दिन भी जारी रहा. मंगलवार को बेंगलुरु और हैदराबाद एयरपोर्ट से लगभग 180 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. इससे पहले 3 से 8 दिसंबर के बीच बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन हुए, जिसमें 5 दिसंबर को सबसे ज्यादा 1,600 उड़ानें रद्द हुईं. यात्रियों की बढ़ती शिकायतों और अव्यवस्था को देखते हुए अब DGCA और सरकार एयरलाइन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं.
लगातार उड़ानें रद्द
इंडिगो के परिचालन में बाधा पिछले हफ्ते से बढ़ती जा रही है. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार-
- 3 दिसंबर 2025: लगभग 200 उड़ानें रद्द
- 4 दिसंबर 2025: लगभग 550 उड़ानें रद्द
- 5 दिसंबर 2025: लगभग 1,600 उड़ानें रद्द
- 6 दिसंबर 2025: लगभग 800 उड़ानें रद्द
- 7 दिसंबर 2025: लगभग 650 उड़ानें रद्द
- 8 दिसंबर 2025: 562 उड़ानें रद्द
DGCA का बड़ा एक्शन: शेड्यूल में 5% कटौती
DGCA ने इंडिगो को आदेश दिया है कि वह अपना फ्लाइट शेड्यूल 5% घटाए ताकि उड़ानें समय पर संचालित हो सकें और ऑपरेशन बिना रुकावट के चले. एयरलाइन को 10 दिसंबर 2025 शाम 5 बजे तक नया संशोधित शेड्यूल जमा करने को कहा गया है. DGCA ने स्पष्ट किया है कि अब इंडिगो को सिर्फ हाई-डिमांड और हाई-फ्रीक्वेंसी रूट्स पर उड़ानें चलानी होंगी और एक ही सेक्टर में अतिरिक्त उड़ानें लगाने से बचना होगा.
शेड्यूल बढ़ा, लेकिन विमान और क्रू तैयार नहीं
रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडिगो ने पिछले साल की तुलना में उड़ानें 9.66% बढ़ा दीं, लेकिन एयरलाइन इस बढ़े हुए नेटवर्क को संभाल नहीं पाई. DGCA ने विंटर शेड्यूल 2025 में इंडिगो को 15,014 साप्ताहिक डिपार्चर यानी कुल 64,346 उड़ानों की मंजूरी दी थी, लेकिन नवंबर में एयरलाइन सिर्फ 59,438 उड़ानें ही ऑपरेट कर पाई और 951 उड़ानें रद्द रहीं.इंडिगो को 403 विमानों के साथ संचालन की अनुमति मिली थी, लेकिन एयरलाइन के पास सिर्फ 339-344 विमान ही उपलब्ध थे, जिससे शेड्यूल प्रभावित हुआ.
CEO तलब, जांच समिति सक्रिय
DGCA की चार सदस्यीय जांच समिति ने इंडिगो CEO पीटर एल्बर्स और अन्य टॉप मैनेजमेंट को 10 दिसंबर को पेश होने का आदेश दिया है. उनका जवाब DGCA द्वारा भेजे गए शो-कॉज नोटिस पर चर्चा का हिस्सा होगा. अधिकारियों का कहना है कि केवल जुर्माना लगाना समाधान नहीं है, बल्कि जांच में असली root cause समझकर कार्रवाई की जाएगी.
सरकार भी सख्त, रूट कम होंगे
नागर विमानन मंत्रालय (MOCA) के सूत्रों ने बताया कि इंडिगो पर पेनल्टी के रूप में उसके 2,200 रूट्स में कटौती की जाएगी और ये रूट्स अन्य एयरलाइंस को दिए जाएंगे. इस फैसले पर जल्द आधिकारिक आदेश जारी किया जा सकता है.
समस्या क्यों हुई? सरकार ने बताई वजह
राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि यह स्थिति इंडिगो की आंतरिक संचालन प्रणाली, खासकर क्रू रोस्टरिंग सिस्टम और प्लानिंग में खामी की वजह से हुई है. उन्होंने कहा कि नियमों में बदलाव पहले से लागू थे और एयरलाइंस इससे अवगत थीं. 1 दिसंबर को इंडिगो से इस पर बैठक भी हुई, लेकिन उन्होंने किसी समस्या का जिक्र नहीं किया. सोमवार रात हुई समीक्षा बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्थिति गंभीर है, इसलिए मंत्रालय और DGCA लगातार निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को हवाई अड्डों का दौरा करने, यात्रियों से सीधे फीडबैक लेने और शिकायतों का तुरंत समाधान करने का निर्देश दिया है. मंत्री ने दावा किया कि सरकार के दखल के बाद पिछले दो दिनों में स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन यात्रियों को अभी भी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
Source: IOCL






















