अब नहीं दिखेगी चीन की अकड़! भारत ने तैयार कर लिया धांसू प्लान, समंदर में तैनात की जाएगी 'परमाणु तिकड़ी'
Indian Nuclear Submarine: भारत की समंदर में परमाणु तिकड़ी को तैनात करने की योजना है. ये परमाणु तिकड़ी पानी के नीचे भारत की ताकत को और मजबूत करेगी और हिंद महासागर में चीन की दादागीरी को खत्म करेगी.

Indian Nuclear Submarine: भारत ने जमीन और आसमान के बाद अब समंदर में भी चीन को जवाब देने के लिए अपना तगड़ा प्लान तैयार कर लिया है. इसके लिए आंध्र प्रदेश में न्यूक्लियर सबमरीन और वॉरशिप के लिए नए नेवल बेस को शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके साथ ही कर्नाटक के करवार अड्डे को भी एडवांस कर रहा है. अब समंदर में भारत के सामने चीन की अकड़ नहीं चल पाएगी.
दरअसल विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर छोटे से गांव रामबिल्ली के पास न्यूक्लियर सबमरीन को रखने के लिए जमीन के अंदर सुरंगों का एक नेटवर्क है. यह बेस पनडुब्बियों को जासूसी सैटेलाइट की पकड़ से बचकर बंगाल की खाड़ी में उतरने और मलक्का जलडमरूमध्य तक पैट्रोलिंग करने में सक्षम बनाएगा. यह भी बताया गया है कि इस बेस को एक साल के अंदर चालू कर दिया जाएगा और फिर बाद में इसे अपग्रेड किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट का इतना काम पूरा होने में करीब एक दशक यानी 10 साल का समय लगा है. सूत्रों ने बताया है कि ये आंतरिक बंदरगाह बनकर तैयार हो चुका है.
नेवी बेडे़ में शामिल होगा INS अरिदमन
भारत की समंदर में अपनी न्यूक्लियर तिकड़ी को तैनात करने की योजना है. इस साल के आखिर तक भारत की तीसरी न्यूक्लियर एनर्जी वाली सबमरीन, न्यूक्लीयर बैलिस्टिक मिसाइल (SSBN) के साथ-साथ INS अरिदमन को भी नौसेना में शामिल करेगा. ये परमाणु तिकड़ी पानी के नीचे भारत की ताकत को और मजबूत करेगी. पहले दो ऑपरेशनल SSBN, INS अरिहंत और INS अरिघाट से थोड़ा बड़ा INS अरिदमन 3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली K-4 मिसाइलों को ले जाने में सक्षम होगा. इसकी विस्थापन क्षमता 7 हजार टन से अधिक है. इनके अलावा 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक की एक चौथी पनडुब्बी भी गुप्त एडवांस्ड टेक्नोलॉजी पोत (एटीवी) परियोजना के तहत निर्माणाधीन है. भारत 13,500 टन की SSBN भी तैयार कर रहा है, जिसमें मौजूदा 83 मेगावाट से अधिक शक्तिशाली 190 मेगावाट के प्रेशराइज्ड लाइट वाटर रिएक्टर होंगे.
न्यूक्लियर सबमरीन को पिछले साल ही मिली थी मंजूरी
पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने 40,000 करोड़ रुपये की लागत से दो 9,800 टन वजनी न्यूक्लियर पॉवर्ड अटैक सबमरीन (SSN) के निर्माण को भी मंजूरी दी थी. भारत सरकार की योजना है कि ऐसी छह न्यूक्लियर पॉवर्ड अटैक सबमरीन (SSN) तैयार की जाएं, जोकि युद्ध के लिए हथियारों से लैस हैं.

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Source: IOCL