Gautam Adani: 'अमीरों की लिस्ट नहीं रखती मायने, मेरे लिए जरूरी है...', बोले गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चैयरमेन गौतम अडानी ने कहा कि हमारे सारे उद्योग पेशेवर लोग और काबिल सीईओ चलाते हैं. मैं उनके रोज के काम में दखल नहीं देता.

Gautam Adani News: दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी ने अपने सफर और पीएम मोदी (PM Modi) के साथ रिश्ते को लेकर बात की. गौतम अडानी (Gautam Adani) ने इस साल की अपनी उपलब्धियों पर कहा कि 2022 कई वजहों से हमारे लिए खास रहा है. हमारा अडानी विल्मर का आईपीओ सफल रहा और इसके साथ हमारे ग्रुप की सातवीं लिस्टेड कंपनी बन गई है.
उन्होंने कहा कि हमारे बिजनेस मॉडल में हम कंपनी को शुरू करते हैं. मुनाफे के लायक होते हैं. फिर लिस्ट कराते हैं. ये आईपीओ भी उसी का उदाहरण है. जब हमने एसीसी और अंबुजा सीमेंट को करीब 10.5 बिलियन डॉलर में खरीदा तब हम देश के दूसरे बड़े सीमेंट उत्पादक बनें. ये हमारा अभी तक सबसे बड़ा अधिग्रहण था. साथ ही ये भारत का अब तक का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर और मेटिरियल बिजनेस का M&A लेन-देन है.
अमीरों की लिस्ट में आने के क्या मायने?
दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे अमीर शख्स होने पर गौतम अडानी ने कहा कि इस श्रेणी और नंबर का मेरे लिए कोई मतलब नहीं है. ये सब मीडिया की हाइप है. मैंने सबकुछ शुरू से बनाया है. मुझे चुनौतियों में मजा आता है जितनी बड़ी चुनौती उतनी खुशी होगी. मेरे लिए लोगों की जिंदगी बदलने और देश को आगे बढ़ाने का मौका ज्यादा संतुष्टि देता है बजाय किसी अमीरों की लिस्ट में आने के. मैं भगवान को शुक्रिया करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के जरिए इस देश को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण मौका दिया है.
उन्होंने आजतक के साथ इंटरव्यू में कहा कि इस साल मैंने अपना 60वां जन्मदिन भी मनाया है. इस मौके पर मेरे परिवार ने अडानी फाउंडेशन को 60 हजार करोड़ रुपये दिए. ये मेरे दिल के करीब और देश की नींव मजबूत करने वाले तीन खास मकसदों- शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्किल डेवलेपमेंट के लिए है. इससे मुझे बहुत संतुष्टि और खुशी मिली जो किसी पेशेवर उपलब्धि से बड़ी है.
किससे मिलती है प्रेरणा?
गौतम अडानी ने कहा कि एक आम आदमी की तरह, मुझे भी हर देशवासी की हिम्मत, ताकत और जज्बा बहुत प्रेरित करता है. ग्रीन टॉक्स सीरीज के दूसरे एडिशन में, मैं अरुणिमा सिन्हा और किरण कनौजिया, जिन्होंने अपनी टांगों को गंवाकर भी दुनिया जीत ली, उनकी कहानी से प्रेरित हुआ. ये नए भारत के असली हीरो हैं. इनकी कहानियों से मेरी आंख में आंसू आ गए. मैं उनके जज्बे को सलाम करता हूं. इनसे ज्यादा अविश्वसनीय हिम्मत और साहस की कोई और कहानी हो सकती है क्या? इनकी कहानी देखकर मेरा विश्वास और दृढ़ हो गया है. ऐसे लोगों की कहानियां मुझे बहुत प्रेरित करती हैं.
सुनाई अपने सफर की कहानी
उन्होंने कहा कि मैं बहुत सामान्य परिवार में पैदा हुआ था. उस दौर में हम बिजली, पानी की समस्याओं से जूझते रहे हैं. ये वो वक्त था जब भारत में पोर्ट, एयरपोर्ट और अन्य क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत कमी थी. चीन हमसे बहुत आगे निकलने लगा, जो हमारे आप-पास ही आजाद हुआ था और 1990 में वहां औसत आय कम थी. इसलिए मेरे अंदर भारत को आगे ले जाने और मजबूत करने का जज्बा जागा. मैं हर मौके पर देश निर्माण और बेहतर सुविधाओं के लिए इस्तेमाल करता हूं. हमारे सारे उद्योग पेशेवर लोग और काबिल सीईओ चलाते हैं. मैं उनके रोज के काम में दखल नहीं देता. मेरा काम आगे की दिशा दिखाना, पूंजी आवंटन और उनके काम की समीक्षा करना है.
पीएम मोदी के साथ रिश्ते पर क्या बोले?
पीएम मोदी के साथ रिश्ते पर गौतम अडानी ने कहा है कि मैं और पीएम मोदी एक ही राज्य के रहने वाले हैं. इसीलिए मुझ पर ऐसे निराधार आरोप लगाना आसान हो जाता है. जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे मेरा सफर तब शुरू हुआ था. उन्होंने जब एग्ज़िम पॉलिसी को बढ़ावा दिया और पहली बार कई चीजें ओजीएल लिस्ट में आई तो मेरा एक्सपोर्ट हाउस शुरू हुआ. वो न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती. 1991 में दूसरा मौका आया जब नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह ने आर्थिक सुधार शुरू किए.
गौतम अडानी (Gautam Adani) ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने विकास की नई दिशा दिखाई. गुजरात में उनकी नीतियों से आर्थिक बदलाव के साथ अविकसित क्षेत्रों का भी विकास हुआ. इससे उद्योग और रोजगार का विकास हुआ. नरेंद्र मोदी आज प्रधानमंत्री के तौर पर वहीं चीज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर रहे हैं. मेरे खिलाफ ऐसा बोला जाता है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है, सब निराधार है और हमारी प्रगति के खिलाफ पक्षपात है.
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Source: IOCL























