Ujjain Transformation: 84 शिवलिंग, 4 महावीर, 6 विनायक, 8 भैरव... पीएम मोदी ने बताया उज्जैन और कालचक्र का कनेक्शन, सुनाई प्राचीन मंदिरों की गाथा
Ujjain News: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक सबसे प्रमुख महाकाल बाबा मध्यप्रदेश के उज्जैन (Ujjain) में विराजमान हैं. इसे महाकाल की नगरी उज्जैन कहा जाता है.
Ujjain: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार (11 अक्टूबर) को महाकाल लोक का लोकार्पण किया. पीएम मोदी ने इसे भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास बताया. उन्होंने कहा कि महाकाल की नगरी इस वक्त देश के लिए सौभाग्य बन गई है. पूरी दुनिया की नजरें उज्जैन को देखते ही बन रही हैं. प्राचीन उज्जैन से लेकर आज के उज्जैन में काफी बदलाव देखने को मिला है, जो कि अब पहले से कई ज्यादा भव्य, दिव्य और विशाल हो गया है.
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक सबसे प्रमुख महाकाल बाबा मध्यप्रदेश के उज्जैन में विराजमान हैं. इसे महाकाल की नगरी उज्जैन कहा जाता है. पीएम मोदी ने बताया कि यहां कालचक्र का 84 कल्पों का प्रतिनिधित्व करते 84 शिवलिंग हैं, 4 महावीर, 6 विनायक, 8 भैरव अष्टमातृकाएं, नवगृह, 10 विष्णु, 11 रुद्र, 12 आदित्य, 24 देवियां और 88 तीर्थ हैं. इन सभी के केंद्र में राजाधिराज, कालाधिराज महाकाल विराजमान हैं.
बाबा केदार, बद्रीनाथ, सोमनाथ का जिक्र
सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं. उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं. आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है. काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है. पीएम मोदी ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार चार धाम प्रोजेक्ट के जरिए, हमारे चारों धाम ऑल वेदर रोड से जुड़ने जो रहे हैं. आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब खुला है.
भारत की आत्मा का केंद्र रहा उज्जैन
उज्जैन वो नगर है, जो हमारी पवित्र सात पुरियों में से एक है. यहां स्वयं भगवान कृष्ण ने भी आकर शिक्षा ग्रहण की थी. उज्जैन ने महाराजा विक्रमादित्य का वो प्रताप देखा है जिसने भारत के नए स्वर्णकाल की शुरुआत की थी. ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है.
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि महाकाल लोक में कुछ लौकिक नहीं, कुछ भी नहीं है, शंकर के सान्निध्य में साधारण कुछ भी नहीं, सब कुछ अलौकिक है. जब महाकाल का आशीर्वाद जब मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं. शिव के सानिध्य में भारत अंत से अनंत तक की यात्रा पर आगे बढ़ चुका है.
लाइटों से जगमग महाकाल लोक
मंगलवार (11 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कारिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण किया. महाकाल लोक के लोकार्पण अवसर पर मुख्य मंदिर समेत पूरे प्रांगण को खूबसूरत लाइटों से सजाया गया था. मुख्य गुंबद रंगीन लाइटों से जगमगा रहा था.
महाकाल लोक की खासियत
करीब साढ़े तीन साल की मेहनत के बाद महाकाल लोक के हर कोने को इस तरह पत्थरों को तराश कर महाकाल का ऐसा भव्य परिसर तैयार किया गया है, जिसे आंखें बस निहारती रह जाएंगी. यहां भगवान शिव, शक्ति और धार्मिक घटनाओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां लगाई गई हैं. दो हेक्टेयर में बने मंदिर परिसर के लिए करीब 750 करोड़ रुपए खर्च होंगे. महाकाल कॉरिडोर का निर्माण ऐतिहासिक शहर उज्जैन के प्राचीन गौरव पर जोर देने के लिए है.
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