Indian Deportation Row: अमेरिका ने सैन्य विमान से भेजे भारतीय तो संसद में मच गया हंगामा, आज जवाब देंगे विदेश मंत्री
Indian Deportation Row: बुधवार (5 फरवरी) को एक अमेरिकी सैन्य विमान ने अमेरिका में रह रहे 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को अमृतसर डिपोर्ट किया. विपक्षी पार्टियां संसद में इस पर चर्चा की मांग कर रही हैं.

Indian Deportation Row: अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों के डिपोर्टेशन (निर्वासन) पर गुरुवार (6 फरवरी) को संसद में जमकर हंगामा हुआ. भारी विरोध के चलते संसद की कार्यवाही स्थगित करना पड़ी. जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी पार्टियों ने इस मामले पर सदन में चर्चा की मांग की. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर इस पूरे मामले पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अपना बयान देंगे. वह 2 बजे राज्यसभा में और 3 बजे लोकसभा में अपनी बात रखेंगे.
बुधवार (5 फरवरी) दोपहर एक अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर एयरपोर्ट पर 104 भारतीयों को उतारा गया. ये वे लोग थे जो अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे थे. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों पर उनकी नई नीति के चलते इन लोगों को भारत वापस भेजा गया. दरअसल, ट्रंप सरकार अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें अपने-अपने देश भेज रही है.
सैन्य विमान और हथकड़ी पर आपत्ति
बुधवार को भारत आए इन प्रवासियों में से कुछ लोगों ने अपनी आप बीती बताई है. इन लोगों ने यह भी बताया कि अमेरिका से भारत तक उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया गया. इसी को लेकर विपक्षी पार्टियां चर्चा चाहती हैं. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि यह भारत और भारतीयों का अपमान है और इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को ट्रंप प्रशासन से बात करना चाहिए. विपक्षी पार्टियों का यह भी कहना है कि इन लोगों को सैन्य विमान की जगह रेग्यूलर फ्लाइट से भेजा जाना चाहिए था. विपक्ष के नेता इस मामले को भारतीय विदेश मंत्रालय की लापरवाही और कूटनीतिक विफलता भी बता रहे हैं.
केसी वेणुगोपाल ने पेश किया स्थगन प्रस्ताव
लोकसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव में केंद्र सरकार से डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत करने के लिए उठाए जा रहे कूटनीतिक कदमों की रूपरेखा बताने का आग्रह किया गया.
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